हरे पेड़ों पर चला बुलडोजर, बजरी में दबी गेहूं की फसल

सहारनपुर: पांवधोई नदी पर घाट बनाने की धुन में ¨सचाई विभाग न केवल सैकड़ों हरे पेड़ों

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Dec 2018 10:50 PM (IST) Updated:Thu, 20 Dec 2018 10:50 PM (IST)
हरे पेड़ों पर चला बुलडोजर, बजरी में दबी गेहूं की फसल
हरे पेड़ों पर चला बुलडोजर, बजरी में दबी गेहूं की फसल

सहारनपुर: पांवधोई नदी पर घाट बनाने की धुन में ¨सचाई विभाग न केवल सैकड़ों हरे पेड़ों को बर्बाद कर चुका है, बल्कि बोई गई गेहूं पर भी निर्माण सामग्री डालकर उसे बर्बाद करने में तुला है। इंतेहा यह है कि बात करना तो दूर ¨सचाई विभाग के अफसर फोन तक नहीं उठाते।

पांवधोई नदी के सौंदर्यकरण को लेकर चलाए जा रहे अभियान में एक बार फिर प्रकृति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस बार नदी के कटाव से बचने के लिए मंदिर समिति द्वारा कराए गए पौधारोपण को ¨सचाई विभाग ने तहस नहस कर डाला है। यही नहीं खेतों में हो रहे कृषि कार्य पर भी भारी मशीनों के आने जाने तथा निर्माण सामग्री के डाले जाने से फसल तबाह हो रही है। इस संबंध में श्रीभूतेश्वर महादेव मंदिर समिति की शाखा श्रीशकलेश्वर महादेव के चौकीदार ने समिति को वस्तु स्थिति से अवगत कराया तो पता चला कि ¨सचाई विभाग के माध्यम से यह कार्य कराया जा रहा है। मौके पर काम करने वाले ठेकेदार से बात करने का प्रयास किया गया तो वह बात को दाएं बाएं घुमाने लगा और एक नंबर देकर कहा कि इस व्यक्ति ने उन्हें पेड़ हटाने की अनुमति दी है। उस नंबर पर जब बात की गयी तो वह समाजसेवी अनिल तूली का नंबर निकला। जिस पर अनिल तूली ने मंदिर समिति के सचिव हेमंत मित्तल को बताया कि उन्होंने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं। उधर, दूसरी ओर मंदिर समिति की ओर से जिस व्यक्ति को खेती के लिए जमीन ठेके पर दी गयी है। उस व्यक्ति ने भी अपनी गेहूं की फसल नष्ट कर देने की बात कही है। इस संबंध में ¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जलज शर्मा व शिवराज ¨सह से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके फोन नहीं उठ पाए।

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