आत्मा को जानने की कोशिश ही ब्रह्मचर्य धर्म

नकुड़ नगर के जैन मंदिर में पर्युषण पर्व के दसवें दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा व भगवान अनंतनाथ तथा पारसनाथ भगवान की पूजा-अर्चना करते हुए बताया गया कि ब्रह्मा का अर्थ आत्मा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:38 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:38 PM (IST)
आत्मा को जानने की कोशिश ही ब्रह्मचर्य धर्म
आत्मा को जानने की कोशिश ही ब्रह्मचर्य धर्म

सहारनपुर, जेएनएन। नकुड़ नगर के जैन मंदिर में पर्युषण पर्व के दसवें दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा व भगवान अनंतनाथ तथा पारसनाथ भगवान की पूजा-अर्चना करते हुए बताया गया कि ब्रह्मा का अर्थ आत्मा है। अर्थात आत्मा को जानने की कोशिश ही ब्रह्मचर्य धर्म है।

शनिवार रात्रि भगवान आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में जैन मिलन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ नीलम जैन ने दीप प्रज्ज्वलित व शरद जैन ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम का संचालन पंकज जैन व शिवम जैन द्वारा किया गया। देवदर्शन नाटिका का मंचन देखकर दर्शकों की अश्रुधारा बह गई। जैन मिलन द्वारा निकाले गए बम्पर ड्रा में मानसी जैन ने बाजी मारी।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रीतम प्रसाद जैन, संदीप जैन, पीयूष जैन, रजनीश, अनूप, मुकेश जैन, संजीव, संजय, राजेश जैन राजू, मनोज, वर्धन जैन, पंकज जैन, डॉ. प्रिया जैन, नीलम , लोकेश, सरिता जैन, राखी, संतोष, वर्षा, अदिति, रेमी जैन आदि का सहयोग रहा।

उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया

संवाद सूत्र, रामपुर मनिहारान: जैन समाज के चल रहे पर्युषण महापर्व का अंतिम दिन जैन धर्म के 12वे तीर्थंकर वासूपूज्य भगवान के मोक्ष कल्याणक के साथ उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया गया। वासुपूज्य भगवान की अभिषेक कर पूजन प्रक्षाल की गई तथा शांतिधारा की गई। इस अवसर पर प्रवचन देते हुए पं अतिशय शास्त्री ने कहा कि दशलक्षण पर्व का अन्तिम धर्म उत्तम बह्रमचर्य धर्म है। इस दौरान जैन समाज के अध्यक्ष मनोज जैन, उपाध्यक्ष निपुण जैन, अनुराग जैन, ललित जैन, विजय कुमार, अन्नु जैन, भूपेन्द जैन, आर्जव जैन, अभिषेक जैन, संतोष जैन आदि मौजूद रहे।

पूजा अर्चना की

अंबेहटा: दशलक्षण धर्म शाश्वत महापर्व के उपलक्ष में नगर के मौहल्ला पासरा स्थित श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर में महिलाओ व पुरुषों ने विशेष पूजा अर्चना करते हुये मंदिर की परिक्रमा की।वरिष्ठ समाज सेवी अरुण जैन ने बताया कि दशलक्षण के दसवें दिन अनंत चौदस के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर परिसर में पाठ करते रहे व मंदिर प्रागंण में अग्नेश जैन ने धर्म ध्वजारोहण किया। इस अवसर विरेन्द्र जैन, अंकित जैन, अखिलेश जैन, योगेश जैन, अभिषेक जैन, सीमा जैन, रितिका जैन, चारू जैन, सुमन जैन, बोबी जैन, मनोज जैन, हर्ष जैन, राहुल जैन आदि मौजूद रहे।

उत्तम ब्रहमचर्य धर्म की विधि विधान से पूजा की

नानौता: श्री दिगम्बर जैन मंदिर में उत्तम ब्रहमचर्य धर्म की विधि विधान से पूजा की गयी और श्रीजी का जलाभिषेक किया गया। दशलक्षण पर्व के अंतिम दिन मुख्य बाजार स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर में श्री जी का अभिषेक कर पूजा प्रक्षाल की गई। प्रात: सोलह कारण पूजा, पंचमेर पूजा, दशलक्षण पर्व पूजा, रत्नत्रय पूजा विशेष रूप से की गई। इस अवसर पर पूजा अर्चना करने वालो में प्रमोद जैन, स्नेह जैन, सचिन, पूजा, अनिल, सुशील जैन, आशीष जैन, नितिन कुमार, प्रदीप कुमार, अंकुर जैन नीरज कुमार, धर्मेंद्र जैन, डोली जैन, सजल, उषा, सार्थक जैन, राकेश जैन, मनोज जैन, पंकज, रितु जैन, शुभव, श्रेया जैन आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी