भाजपा को सफल नहीं होने देंगे किसान: धीर सिंह

रालोद के प्रदेश महामंत्री चौधरी धीरसिंह एडवोकेट ने कहा कि भाजपा देश के खेत खलिहान पूंजीपतियों के पास गिरवी रखकर किसानों को उनके मजदूर बनाने के लिए ही तीन कृषि कानून लाई है। परंतु देश के किसान भाजपा के इस षडयंत्र को सफल नहीं होने देंगे। तीन मार्च को नकुड़ में होने वाली किसान महा पंचायत में रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी किसानों की मुहिम को धार देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:37 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 09:37 PM (IST)
भाजपा को सफल नहीं होने देंगे किसान: धीर सिंह
भाजपा को सफल नहीं होने देंगे किसान: धीर सिंह

सहारनपुर जेएनएन। रालोद के प्रदेश महामंत्री चौधरी धीरसिंह एडवोकेट ने कहा कि भाजपा देश के खेत खलिहान पूंजीपतियों के पास गिरवी रखकर किसानों को उनके मजदूर बनाने के लिए ही तीन कृषि कानून लाई है। परंतु देश के किसान भाजपा के इस षडयंत्र को सफल नहीं होने देंगे। तीन मार्च को नकुड़ में होने वाली किसान महा पंचायत में रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी किसानों की मुहिम को धार देंगे।

चौधरी धीरसिंह एडवोकेट यहां रालोद कार्यालय पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार पर किसानों के उत्पीड़न के आरोप लगाए। जिला अध्यक्ष राव कैसर सलीम ने बताया कि अघ्याना रोड पर प्रस्तावित किसान महा पंचायत ऐतिहासिक होगी। जिसमें जनपद के किसान कृषि कानून पर केन्द्र सरकार को जगाने का काम करेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर पेट्रोलियम पदाथों व रसोई गैस की आसमान छूती कीमतों से जनता को हलकान के आरोप लगाए।

इसके अलावा रालोद नेताओं ने गांव टाबर, नयागांव, शुक्रताल, नठोड़ी, फेरूमजरा व ढोलामजरा सहित कई अन्य गांव में किसानों से संपर्क कर महा पंचायत में शामिल होने की अपील की। इस दौरान प्रधान सुरेन्द्र वर्मा, सोराज सिंह, राजपाल चौधरी, मांगा प्रधान, योगेश पूनिया, विकास गुर्जर, सतपाल सिंह, विजय प्रधान, नीरज पूनिया व चौधरी महीपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

विद्युत संविदा कर्मचारियों को नहीं मिला 4 महीने से वेतन

सहारनपुर। विद्युत संविदा कर्मचारियों को चार महीने से कोई मानदेय नहीं दिया गया है। गंगोह क्षेत्र के सलारपुरा, लखनौती, मंहगी, मनोहरा, खंडलाना समेत अन्य बिजली घरों पर काम कर रहे विद्युत संविदा कर्मचारियों का चार माह का मानदेय रुका हुआ है। विद्युत संविदा कर्मचारियों ने बताया कि चार माह से वे बिना मानदेय के ही काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब वे मानदेय के बारे में ठेकेदार से बात करते हैं, तो जल्द खाते में रकम डालने की बात कही जाती है। परंतु चार माह से कोई रकम उनके खाते में नहीं आई है। उनको नौकरी से हटाने की धमकी भी दी जाती है। अगर जल्द ही उनको वेतन नहीं मिला तो वे सभी बिजली घरों में हड़ताल कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। अधिशासी अभियंता का कहना है कि ठेकेदार द्वारा अभी वेतन का बिल नहीं दिया है जबकि ठेकेदार का कहना है कि विभाग ने पैसा आवंटित नहीं किया है।

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