तीन कृषि कानून को निरस्त करने की मांग को भाकियू ने दिया धरना
युक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन ने मंगलवार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने तथा एमएसपी पर कानून बनाने और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कलक्ट्रेट तिराहे पर सांकेतिक जाम लगाया।
सहारनपुर, जेएनएन। युक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन ने मंगलवार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने तथा एमएसपी पर कानून बनाने और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कलक्ट्रेट तिराहे पर सांकेतिक जाम लगाया। जिसके बाद में धरना भी दिया गया। किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया। इस दौरान किसानों ने चीनी मिलों को चलवाने की मांग को जिला गन्ना अधिकारी को अपने बीच बैठाया।
धरना स्थल पर भाकियू के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार, प्रदेश सचिव चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट के लिए चले तो कलक्ट्रेट तिराहे पर रुककर सड़क के बीच बैठकर सांकेतिक जाम लगाया। नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जिसके बाद कार्यालय के बाहर परिसर में दरी बिछाकर धरना शुरू कर दिया। किसानों ने कहा कि पिछले एक साल से किसान तीन कृषि कानून निरस्त किये जाने व न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाने की मांग को लेकर किसान सड़कों पर हैं। इसी माह तीन अक्टूबर को यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में संपन्न हुई किसान पंचायत से वापस आ रहे किसानों को वहां के स्थानीय सांसद व सरकार में गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के निर्देश पर योजनाबद्ध तरीके से गाड़ी से कुचलकर मार डाला गया। जिससे पूरे देश का किसान व मजदूर आक्रोश में है। जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय टेनी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी कर उनकी गिरफ्तारी, तीनो कृषि कानून को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून का दर्जा दिये जाने आदि की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष चौधरी विनय कुमार, प्रदेश सचिव चौधरी चरण सिंह, चौधरी रघुवीर सिंह, चौधरी अशोक कुमार, जगपाल सिंह, चौधरी जिले सिंह, महीपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुरेश सैनी, प्रदीप शर्मा, मुकेश तोमर, आलिम प्रधान, नदीम, कालू प्रधान, अमित मुखिया, कमलेश सिंह, समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। बाद में किसानों ने जिला गन्ना अधिकारी केएमएम त्रिपाठी को अपने बीच बैठा चीनी मिल चलवाने का आश्वासन लिया।