सावधान! फेसबुकिया सुदंरियों के जाल से बचें, हो जाएंगे ब्लैकमेल
इंटरनेट मीडिया पर अब नया ट्रेंड चल रहा है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से नवयुवकों को कुछ युवतियां अपने झूठे प्रेमजाल में फंसाती हैं। इसके बाद उनकी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगती हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। इंटरनेट मीडिया पर अब नया ट्रेंड चल रहा है। इस प्लेटफार्म के माध्यम से नवयुवकों को कुछ युवतियां अपने झूठे प्रेमजाल में फंसाती हैं। इसके बाद उनकी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगती हैं। खास बात यह है कि यह युवतियां बड़े घराने के युवकों को तलाशती हैं ताकि वह अपनी इज्जत बचाने के लिए रकम को आसानी से दे सकें। सहारनपुर के साइबर थाने के रिकार्ड की बात करें तो पिछले छह माह में 172 शिकायतें इसी तरह की आई हैं। जब पुलिस ने जांच की तो अधिकतर फेसबुक आइडी दिल्ली के रहने वाले युवकों ने बनाई हुई है, जबकि आइडी पर अमेरिका, रूस, जापान आदि की युवतियों की लगा दी जाती है। ऐसे बनाती हैं ठगी का शिकार
फेसबुक के माध्यम से एक युवती के प्रेमजाल में फंसे हकीकत नगर के एक व्यापारी के बेटे ने बताया कि उसके पास करीब तीन माह पूर्व एक एलीना नाम की युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इस युवती ने मैसेंजर से उससे बात करनी शुरू कर दी। मैसेंजर पर उसने अपना वाट्सएप नंबर भेज दिया। कुछ दिन के बाद युवती वीडियो काल करने लगी। देखने में एलीना अमेरिका की लग रही थी। वह खुद को भी अमेरिका की बताती थी। एक दिन एलीना ने युवक से कहा कि वह बाथरूम में जाए और वीडियो काल करे। युवक ने ऐसा किया। कुछ देर के बाद युवक की वीडियो एलीना ने वाट्सएप पर भेज दी, जिसमें युवक अश्लील दिख रहा था और साथ में एलीना भी दिख रही थी। एलीना ने अपना पेटीएम नंबर भेजा और 30 हजार रुपये मांगे, जिसके बाद युवक ने साइबर थाने में शिकायत की, जिसकी जांच चल रही है। इन बातों का इंटरनेट मीडिया पर रखें ध्यान
- फेसबुक पर अपने जान-पहचान वाले दोस्तों की ही रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करें।
- अंजान युवती से कभी अश्लील होने के बाद वीडियो काल पर बात न करें।
- वाट्सएप पर कोई भी अपना फोटो या फिर अपने परिवार का फोन न भेजें।
- कोई आपको ब्लैकमेल करे तो तत्काल साइबर थाना पुलिस को सूचित करें।
- अंजान व्यक्ति या फिर युवती-महिला को अपना नंबर शेयर न करें। --इन्होंने कहा..
आजकल फेसबुक पर ब्लैकमेल करने के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। आइपी एड्रेस से पता करते हैं तो पता चलता है कि दिल्ली के किसी कंप्यूटर या फिर मोबाइल पर आइडी बनाई गई है, जिससे साफ है कि दिल्ली में कोई ऐसा गिरोह काम कर रहा है, जो ब्लैकमेल कर रहा है।
-प्रवीण कुमार, साइबर थाना प्रभारी।