कोरोनाकाल में धरी रह गई ईद की तमाम तैयारियां

कोरोना काल के दौरान चल रहे लंबे लाक डाउन के कारण जहां ईद का त्योहार फीका होने की संभावना बढ़ती जा रही है। वहीं व्यापार जगत की ईद के लिए की गई तमाम तैयारियां धरी रह जाने से व्यापारियों को करोड़ों का फटका लगने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:12 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:12 PM (IST)
कोरोनाकाल में धरी रह गई ईद की तमाम तैयारियां
कोरोनाकाल में धरी रह गई ईद की तमाम तैयारियां

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान चल रहे लंबे लाक डाउन के कारण जहां ईद का त्योहार फीका होने की संभावना बढ़ती जा रही है। वहीं व्यापार जगत की ईद के लिए की गई तमाम तैयारियां धरी रह जाने से व्यापारियों को करोड़ों का फटका लगने लगा है।

दरअसल ईद से करीब दो माह पूर्व ही व्यापारी त्योहार पर होने वाली सेल के मद्देनजर करोड़ों का माल स्टोरेज करते रहे है। गत वर्ष भी रमजान व ईद से पूर्व लाक डाउन रहने के कारण व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था तथा अनेक व्यापारी कर्ज में डूब गए थे। इस बार भी हालात जुदा नहीं है तथा व्यापार जगत को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

रमजान के अंतिम पखवाड़े में होता था करोड़ों का कारोबार

ईद से पूर्व रमजान के अंतिम पखवाड़े में बाजारों में करोड़ों का कारोबार होता था। इसके के मद्देनजर इस बार भी व्यापारियों ने पूरी तैयारी की थी लेकिन एक मई से लाक डाउन के चलते तमाम माल गोदामों में भरा रह गया है। हालात यह है कि रेडीमेड गार्मेंट्स, जूता, कपड़ा तथा ड्राइ फ्रूट, तथा किराना तक के कारोबारी परेशान है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कई बड़े शो-रूम स्वामी व रेडीमेड गारर्मेटस कारोबारियों का कहना है कि गत वर्ष स्टाक किया गया माल अभी तक समाप्त नहीं हो पाया है इस वर्ष का माल भी जमा ही रह जायेगा। वैसे लोग भी लाक डाउन अवधि के दौरान मिली छूट में केवल किराना के जरूरी सामान की ही खरीद कर रहे है जोकि ईद पर होने वाली खरीदारी से मात्र 5 प्रतिशत है।

रोडवेज को भी फटका

लाक डाउन के चलते परिवहन निगम के सहारनपुर परिक्षेत्र को भी रोजाना करीब 20 करोड़ का फटका लग रहा है। दूसरे प्रदेशों में बसों के आवागमन पर रोक तथा यात्रियों की संख्या में बेहद कमी के कारण रोडवेज की आय लगातार घट रही है। संविदा कर्मियों को वेतन के लाले पड़ने के आसार बनते जा रहे है। ऐसी ही स्थिति रेलवे की भी है, अधिकांश ट्रेनें बद है तथा जो संचालित है उनमें यात्रियों की भारी कमी होने के कारण रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वैसे आम दिनों में रमजान व ईद पर ट्रेनों व बसों में मारामारी रहती थी लेकिन इसबार हालात जुदा है। लोग भी सफर आदि से किनारा कर रहे है, कुलमिलाकर ईद का त्योहार फीका-फीका सा रहने के आसार है।

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