फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी देने को कृषि विभाग ने की गोष्ठी

साढ़ौली कदीम में फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग न्याय पंचायत स्तर पर किसान गोष्ठियों का आयोजन कर किसानों को फसल अवशेष ना जलाने की अपील की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 11:05 PM (IST)
फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी देने को कृषि विभाग ने की गोष्ठी
फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी देने को कृषि विभाग ने की गोष्ठी

सहारनपुर, जेएनएन। साढ़ौली कदीम में फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग न्याय पंचायत स्तर पर किसान गोष्ठियों का आयोजन कर किसानों को फसल अवशेष ना जलाने की अपील की जा रही है। गोष्ठी में फसल अवशेष को डी-कंपोज कर एक अच्छे खाद के रूप में बदल कर किसानों की पैदावार को बढ़ाने के गुर भी बताए गए।

शनिवार को कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर क्षेत्र के गांव चकों में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। बीटीएम नेपाल सिंह ने बताया कि किसान फसल अवशेष को खेत में ही जला कर मित्र कीटों को भी नष्ट कर देते हैं और फसल अवशेष जो कि हमारी जमीन के लिए खाद का एक अच्छा साधन है उसको भी नष्ट कर देते हैं फसल अवशेष को जलाने से किसान को दोहरा नुकसान होता है जहां किसान एक अच्छी खाद से वंचित रह जाता है। वहीं भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने वाले अनेकों जीवाणुओं को नष्ट भी कर देता है।उन्होंने कहा कि कृषि विभाग फसल अवशेषों को एक अच्छी खाद में बदलने के लिए किसानों को निशुल्क वेस्ट डी कंपोजर उपलब्ध कराएगा। कार्यक्रम में कवंरपाल सिंह व जनेश्वर प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान रसायनिक खादों का अंधाधुन प्रयोग ना करें । मिट्टी की जांच करा कर ही रासायनिक उर्वरक का प्रयोग करें उन्होंने किसानों को जैविक खेती से अच्छी पैदावार लेने के गुर बताए । किसानों को कृषि यंत्रों पर मिलने वाले अनुदान के बारे में भी विस्तार से बताया गया । इस मौके पर बृजेश कांबोज, आनंद कुमार, डा. मुनेष कुमार, प्रमोद कुमार, सुरेश पाल, अंकित कुमार, इंद्राज सिंह, रमेश चंद, प्रवेश कुमार, राहुल कुमार, सुरेंद्र पाल, ओजस्वी, अनिल कुमार, रवीश, अशोक कुमार विशाल कुमार व अरविद कुमार आदि मौजूद रहे।

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