श्मशान घाट और कब्रिस्तान पर रहेगी प्रशासन की नजर
कोरोना की दूसरी लहर में जिले में कई लोगों की मौत हुई। लोग शव लेकर श्मशान घाट में जाते थे लेकिन वहां पर अंतिम संस्कार करने तक की जगह नहीं मिल रही थी। भविष्य में ऐसा न हो इसलिए जिला प्रशासन की श्मशान घाट पर भी नजर रहेगी।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में जिले में कई लोगों की मौत हुई। लोग शव लेकर श्मशान घाट में जाते थे, लेकिन वहां पर अंतिम संस्कार करने तक की जगह नहीं मिल रही थी। भविष्य में ऐसा न हो, इसलिए जिला प्रशासन की श्मशान घाट पर भी नजर रहेगी।
विशेषज्ञों ने घोषणा की हुई है कि तीसरी में बच्चों को खतरा हो सकता है। इसलिए प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को सचेत किया हुआ है कि वह अभी से तीसरी लहर से निपटने की अपनी तैयारी पूरी करे। जिला प्रशासन कर भी रहा है। आक्सीजन, बेड, डाक्टरों की संख्या आदि को लेकर तैयारियां चल रही है। कुछ तैयारियां पूरी भी हो गई हैं। वहीं, दूसरी लहर में नगर निगम के महापौर संजीव वालिया ने घोषणा की थी कि नगर निगम अपनी निधि से विद्युत श्मशान घाट का निर्माण करेगा। निर्माण कार्य तो नुमाइश कैंप के समीप शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक यह श्मशान घाट शुरू नहीं हुआ है। वहीं, जैन समाज ने भी श्मशान घाट के लिए जगह दी हुई है। यहां पर भी हिदू धर्म अपने लोगों का अंतिम संस्कार कर सकता है। इसके अलावा शहर के हकीकत नगर, लालदास का बाड़ा, अंबाला रोड स्थित शिवपुरी आदि श्मशान घाट में भी जिला प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर दी है। वहीं, श्मशान घाट की समितियों के पदाधिकारियों को जिलाधिकारी की तरफ से भरपूर संख्या में इंधन और अन्य सामान रखने के आदेश दिए हैं, ताकि बुरे समय में किसी को भी भटकना नहीं पड़े। सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर उनकी हर स्तर पर तैयारियां पूरी है। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि श्मशान घाट पर भी उनकी इस बार कड़ी नजर रहेगी।