छह साल से पानी को तरस रही लाखों की लागत से बनी टंकी

जड़ौदापांडा में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा पेयजल की व्यवस्था को बेहतर बनाकर हर घर तक स्वच्छ पेयजल देने के लिए जल निगम द्वारा परियोजना के तहत जड़ौदापांडा गांव में लाखों रूपये खर्च कर टंकी का निर्माण कराया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:55 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:55 PM (IST)
छह साल से पानी को तरस रही लाखों की लागत से बनी टंकी
छह साल से पानी को तरस रही लाखों की लागत से बनी टंकी

सहारनपुर, जेएनएन। जड़ौदापांडा में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा पेयजल की व्यवस्था को बेहतर बनाकर हर घर तक स्वच्छ पेयजल देने के लिए जल निगम द्वारा परियोजना के तहत जड़ौदापांडा गांव में लाखों रूपये खर्च कर टंकी का निर्माण कराया गया था। इसके बावजूद भी ग्रामीण स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे है। हालांकि जल निगम के अधिकारी बेहतर सेवा प्रदान करने का दवा कर रहे है।

करीब छह वर्ष पूर्व जल निगम सहारनपुर द्वारा जल निगम परियोजना के तहत बडग़ांव थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदापांडा में करीब आठ लाख रूपये की लागत से 600 किलो लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया था। जल निगम के द्वारा घर घर तक स्वच्छ पेयजल देने के लिए गांव में बनी सड़कों को तुड़वाकर पाईप लाइन बिछाई गई थी। जिसके चलते गांव की सड़के खराब हो गई थी। जिस पर चलना ग्रामीणों के लिए मुश्किल हो गया था। छह साल के इंतजार व सरकार के द्वारा आठ लाख रूपये खर्च के बाद भी लोगो के घरों तक स्वच्छ पेयजल नहीं पहुंच सका। भले ही जल निगम अधिकारी बेहतर सेवा प्रदान करने के दावे कर रहे हो लेकिन गांव के लोगो की जुबानी कुछ और ही बयान कर रही है। गांव निवासी नवीन त्यागी, आदीप त्यागी, उमेश, सुशील, दिनेश, महेश आदि का कहना है गांव में पानी की टकी होते हुए भी ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल पीने के लिए नही मिल पा रहा है। इसकी शिकायत कई बार विभाग से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में जल निगम के एसडीओ वेदपाल का कहना है कि खराब पड़ी टंकी को ठीक कराकर पानी की सप्लाई चालू करा दिया जाएगा।

उधर, ग्राम प्रधान शालू त्यागी का कहना है कि जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण घर घर तक पानी नहीं पहुंच रहा।

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