जांच हुई तो निकले 15 प्रतिशत हेपेटाइटिस के मरीज

सहारनपुर: गुरुवार को बाजोरिया रोड स्थित डा. कलीम अहमद के क्लीनिक में हेपेटाइटिस बी-सी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 10:12 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 10:12 PM (IST)
जांच हुई तो निकले 15 प्रतिशत हेपेटाइटिस के मरीज
जांच हुई तो निकले 15 प्रतिशत हेपेटाइटिस के मरीज

सहारनपुर: गुरुवार को बाजोरिया रोड स्थित डा. कलीम अहमद के क्लीनिक में हेपेटाइटिस बी-सी की जांच के लिए निश्शुल्क शिविर लगाया गया। जांच के नतीजे चौंकाने वाले थे। जांच उपरांत तैयार हुई रिपोर्ट में करीब 12 से 15 प्रतिशत मरीज इसी रोग से ग्रसित निकले, मगर मरीजों को इसकी जानकारी ही नहीं थी।

शहर के मशहूर चिकित्सक कलीम अहमद ने बतायाकि गुरुवार को लगाए गए शिविर में करीब 100 से ज्यादा मरीजों की जांच कराई गई। जांच में 12 से 15 प्रतिशत मरीज हेपेटाइटिस बी व सी से ग्रसित निकले। पूछने पर पता चला कि किसी को भी इस बात की जानकारी ही नहीं थी, इसलिए इलाज भी नहीं करवा रहे थे। डा. कलीम ने सभी मरीजों को तुरंत इलाज शुरू कराने की सलाह दी, ताकि हेपेटाइटिस का असर लीवर न पड़ सके। हेपेटाइटिस के कारण

-असुक्षित यौन संबंध स्थापित करने से भी हेपेटाइटिस रोग हो जाता है।

-संक्रमित रक्त के शरीर में चढ़ाने व संक्रमित इंजेक्शन भी इसका मुख्य कारण है।

-लीवर के इंफ्लैममेशन के कारण हेपेटाइटिस रोग होता है। इसके अलावा वायरल इंफैक्शन के कारण भी इस रोग का खतरा बढ़ जाता है।

-अल्कोहल का सेवन सीधे लीवर और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है। इसलिए ज्यादा मात्रा में अल्कोहल का सेवन हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ा देता है।

-शरीर पर टैटू गुदवाने से भी हेपेटाइटिस का खतरा बन जाता है।

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