शौचालयों की बदहाली बता रही स्वच्छता अभियान की कहानी
शौचालयों की बदहाली बता रही स्वछता अभियान की कहानी
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिले में भले ही समग्र स्वच्छता की बातें की जा रही हों लेकिन, वास्तविकता के धरातल पर स्थिति कुछ और ही नजर आती है।
यहां पर स्वच्छता अभियान की हकीकत देखनी हो तो जिले में विभिन्न स्थानों पर बने शौचालय आसानी से इसे बयां करने के लिए काफी हैं। इनकी बदहाली सुधारने की दिशा में कोई भी प्रयास नहीं हो रहा है।
सरकार खुले में शौच मुक्त भारत की परिकल्पना पर काम कर रही है। जगह-जगह सुलभ शौचालयों के निर्माण कराए जा रहे हैं। उसके बावजूद स्थानीय मशीनरी द्वारा इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। उदासीनता के चलते सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं हो पा रहा है। मिलक में निरीक्षण भवन के गेट पर बने दो शौचालय लंबे समय से बदहाली की हालत में रहे। उससे छूटती दुर्गंध लोगों को परेशान करती थी। अब कुछ दिनों से उन्हें बंद कर दिया गया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही उसके बराबर में बने मूत्रालय की दशा भी इतनी बुरी है कि उससे
उठती दुर्गंध आसपास के दुकानदारों के लिए दिन भर सिरदर्द बनी रहती है। इसकी साफ सफाई के लिए सफाई कर्मी की तैनाती भी है, उसके बावजूद सफाई नहीं की जाती, जिससे दुर्गंध असहनीय रूप से लोगों को परेशान किए रहती है। बिलासपुर के मंसूरपुर गांव में ओडीएफ के अंतर्गत बनाए गए शौचालयों का भी बुरा हाल है। किसी में कंडे भरे हैं तो किसी में कुछ और। इसके बावजूद जिम्मेदारों की नजर इस पर नहीं है। इसके अलावा नगर में फोटो चुंगी पर बने शौचालय में पानी की व्यवस्था ही नहीं है। विकास भवन के सामने, किला परिसर में, चीनी मिल के पास, रेलवे स्टेशन के पास तथा बाजार नसरुल्लाह खां आदि में बने शौचालयों में से किसी पर ताला लटका है तो कोई गंदगी से जूझ रहा है। किला परिसर के पश्चिमी गेट पर फर्राशखाना के पास स्थित शौचालय के गेट पर ताला लटका देख जब आसपास के लोगों से मालूम किया तो पता चला कि निर्माण के कुछ दिनों बाद ही इसे बंद कर दिया गया। वहीं सर्राफा मार्केट में बने शौचालय पर भी ताला लटका हुआ है। किला गेट के पास के दुकानदार मोहम्मद इरफान बताते हैं कि जब से बना है तब से बंद ही पड़ा है। जेल रोड पर बना शौचालय भी बंद है। क्या कहते हैं अधिकारी
बहुत जल्द ऐसे शौचालयों पर ध्यान दिया जाएगा। जहां पर सामान की कमी है, वहां सामान मंगा कर उसे सुचारू किया जाएगा तथा जहां पर गंदगी की समस्या है, उसे भी दूर कर शौचालय की दशा सुधारी जाएगी।
-इंदु शेखर मिश्रा, अधिशासी अधिकारी