प्यासे को पानी पिलाने का नाम है इस्लाम

रामपुर : मौलाना बाकर मेहंदी खां ने कहा कि भूखे को खाना और प्यासे को पानी पिलाने का नाम

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 09:44 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 09:44 PM (IST)
प्यासे को पानी पिलाने का नाम है इस्लाम
प्यासे को पानी पिलाने का नाम है इस्लाम

रामपुर : मौलाना बाकर मेहंदी खां ने कहा कि भूखे को खाना और प्यासे को पानी पिलाने का नाम इस्लाम है। वह गुरुवार देर रात इमामबाड़ा मिर्जा मोहम्मद जफर बेग में हुई मजलिस को खिताब फरमा रहे थे। मौलाना ने कहा कि ऐ लोगों खुदा के पैगाम को जमाने में आम कर दो। दोनों जहानों का मालिक अल्लाह है। वो ही सुपर पावर है। ¨जदगी और मौत भी उसी के हाथ में है। उसके अलावा दुनिया में कोई सुपर पावर नहीं है। उससे डरो और उसी की इबादत करो। रसूल के बताए रास्ते पर चलकर ¨जदगी गुजारो। मौलाना ने हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानियों का जिक्र किया। कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने सजदे में सिर कटाकर इस्लाम को बचाया। सच के लिए जान दे दी, लेकिन जालिम के सामने झुकना गंवारा नहीं किया। अली असगर को खिराज-ए-अकीदत पेश की। उन्होंने लोगों से हजरत इमाम हुसैन के बताए रास्ते पर चलकर ¨जदगी गुजारने की ताकीद की। मजलिस में राशिद एजाज ने शोजख्वानी पेश की। इस दौरान अजहर हसन अब्बासी, अब्बास आब्दी, जुनैद उल्ला खां, जहीर मोहसिन, इकबाल बेग, इरफान जैदी, शहजाद, गुलरेज एवं बाबर हुसैन आदि मौजूद रहे। संगीनों के साए में निकले ताजिये मिलक : कावड़ यात्रा के दौरान हुए बवाल से सुर्खियों में आए घोसीपुरा गांव में संगीनों के साए में ताजिए निकले। पुलिस फोर्स और पीएसी बल के साथ आलाधिकारी मौके पर मौजूद रहे। तनाव के चलते घोसीपुरा गांव में पुलिस की मौजूदगी में ताजियों का जुलूस निकाला गया। ताजिया के जुलूस को लेकर शुक्रवार सुबह से ही गांव में पुलिस मौजूद थी। जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निपटे इसके लिए प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए। गांव के प्रत्येक गली और प्रत्येक चौराहे पर दस-दस जवानों की टोलियां बनाई गईं। ताजिया के जुलूस के दौरान सीओ नरेंद्र पाल ¨सह, कोतवाल रवि कुमार, सह प्रभारी पवन कुमार सहित पीएससी के सैकड़ों जवान ताजिया के जुलूस के साथ चले। शाम तीन बजे जुलूस शुरू हुआ और शाम साढ़े छह बजे जाकर समाप्त हुआ। शांतिपूर्ण जुलूस के निकलने पर आलाधिकारियों ने राहत की सांस ली। जासं

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