ग्राम प्रधान सक्रिय होंगे तो तेजी से होगा विकास: डीएम

रामपुर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड ने कहा कि गांवों के विकास के लिए ग्राम प्रधानों को सक्रिय होना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:42 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:42 PM (IST)
ग्राम प्रधान सक्रिय होंगे तो तेजी से होगा विकास: डीएम
ग्राम प्रधान सक्रिय होंगे तो तेजी से होगा विकास: डीएम

रामपुर : जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड ने कहा कि गांवों के विकास के लिए ग्राम प्रधानों का सक्रिय होना जरूरी है। ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत में सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं ,इसलिए वे शासन की मंशा के अनुरूप काम करें। यह बात उन्होंने ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही।

जिलाधिकारी ने भारत गार्डन में हुए कार्यक्रम में सरकारी योजनाओं और प्रशासनिक पहल से नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को अवगत कराया। जिलाधिकारी ने बच्चों की शिक्षा, सबके लिए स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार, पोषण, स्वच्छ पेयजल और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए संचालित कार्यक्रमों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि पहले किसी भी ग्राम प्रधान के विरुद्ध उसके प्रतिद्वंदी शिकायती पत्र देकर जांच शुरू कराकर गांव के विकास कार्यों को प्रभावित करने का कार्य करते थे। इससे गांव के विकास के साथ-साथ ग्राम प्रधान और जांच के लिए नामित अधिकारियों पर अनावश्यक रूप से कार्य का दबाव बनता था। इसलिए अब शिकायती पत्र के साथ साथ अनियमितता के संबंध में सुबूत की अनिवार्यता को भी लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले प्रधानों को प्रोत्साहन मिलेगा परंतु लापरवाह और अनियमित गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों को अपने सचिव के साथ ग्रामों का भ्रमण करने पर भी जोर दिया। विभिन्न कार्यक्रमों के संबंध में 100 दिवस का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कायाकल्प, स्वास्थ्य, सुपोषण, जल निकासी व्यवस्था और स्वच्छ पेयजल सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। मिड डे मील में गुणवत्ता बनाएं रखें

विद्यालयों में बच्चों को प्राप्त होने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह सीधे बच्चों के स्वास्थ्य और सुपोषण से जुड़ा होता है। कुपोषण से निपटने को संचालित सुपोषित रामपुर कार्यक्रम के उद्देश्य और रूपरेखा के बारे में भी ग्राम प्रधानों को जानकारी दी। प्रशासनिक प्रयासों के साथ-साथ ग्राम प्रधान अपने स्तर से भी रूचि दिखाएं।

डीएम ने स्वास्थ्य के विभिन्न कार्यक्रमों एवं कोविड-19 के दौरान आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एएनएम द्वारा अत्यंत सराहनीय एवं अग्रणी भूमिका निभाने पर भी प्रकाश डाला। ग्राम प्रधानों से इन सभी लोगों का सहयोग करने को कहा। गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव, गर्भधारण के बाद से प्रसव तक होने वाली जांच इत्यादि के बारे में भी बताया गया। कोरोना के संक्रमण के उपरांत जनपद में सक्रिय मामलों की संख्या शून्य है, परंतु फिर भी लापरवाही बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।

मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज ने कहा कि ग्राम पंचायतों में कई अच्छे कार्य हो रहे हैं। ग्राम प्रधान स्वयं रुचि लेकर पराली प्रबंधन, स्वास्थ्य और स्वच्छता सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करा रहे हैं। पेंशन योजनाएं, आवास योजनाएं और राशन वितरण व्यवस्था सहित विभिन्न कार्यक्रम ग्राम पंचायतों में लागू हैं जिससे लोगों को लाभ मिल रहा है। ग्राम प्रधान एक अच्छे नेतृत्व कर्ता के रूप में सामने आएं तथा गांव के सर्वांगीण विकास में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करें।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव यादव, उपजिलाधिकारी सदर मनीष मीणा, डीसी मनरेगा श्री प्रभु दयाल, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री दुर्गा प्रसाद तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी अभिषेक कुरील सहित अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे।

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