शव को फेंकने की सूचना पर दौड़ी पुलिस
बिलासपुर (रामपुर) तहसील के गांव ढाकी में बोलेरो सवार युवकों द्वारा शव फेंके जाने की सूचना से पुलिस में खलबली मच गई।
बिलासपुर (रामपुर) : तहसील के गांव ढाकी में बोलेरो सवार युवकों द्वारा शव फेंके जाने की सूचना से पुलिस में खलबली मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया। शव को स्वजनों को सुपुर्द कर मामले को रफादफा करवा दिया। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है।
मामला क्षेत्र के ढाकी गांव के पास का है। ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार की रात करीब 11 बजे एक बोलेरो ढाकी-सकटुआ मार्ग के निकट एक खेत में आकर रुकी। काफी समय तक खेत में खड़ी रही। ग्रामीणों ने जब कार को काफी देर तक खेत में खड़े देखा तो वे एकत्रित होकर कार के निकट पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल करने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि जैसे ही उन्होंने कार का दरवाजा खोला तो उसमें दो युवक बैठे हुए थे तथा उसमें एक युवक का पॉलीथिन में लिपटा हुआ शव रखा हुआ था। कार सवार लोग शव को खेत में फेंकने के प्रयास में लगे हुए थे। इस पर ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। साथ ही मामले की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पर प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया। बाद में दोनों युवकों को ईसानगर चौकी ले आए। यहां उनसे पूछताछ शुरू की गई।
कोतवाल ने बताया कि पूछताछ के दौरान कार सवार एक युवक ने अपना नाम अमरपाल सिंह निवासी गांव पशुपुरा तहसील मिलक बताया। उसने बताया कि वह अपने छोटे भाई संजीव कुमार के साथ उत्तराखंड के किच्छा शहर स्थित एक फैक्ट्री में नौकरी करता है। मंगलवार की दोपहर काम करते समय मशीन में ब्लास्ट होने की वजह से उसके भाई संजीव की मौत हो गई। वह उसके शव को कंपनी की कार में डालकर वापस अपने घर लेकर जा रहा था। रास्ते में अचानक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खेत में उतर गई थी। कार खेत से बाहर नही निकल पा रही थी, तभी उन्हें ग्रामीणों ने घेर लिया था। इसके अलावा कोतवाल ने बताया कि फैक्ट्री के जीएम आदि भी मौके पर आ गए थे तथा उन्होंने भी उस दुर्घटना से अवगत कराया। फिलहाल पुलिस देर रात शव उन्ही को सुपुर्द कर वापस लौट आई। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।