राज्यपाल के काफिले में डीएम की गाड़ी से टकराई पुलिस की जिप्सी

गांधी समाधि पर पुष्प अर्पित करने के बाद मुरादाबाद रवाना हो गई राज्यपाल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 10:50 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 06:11 AM (IST)
राज्यपाल के काफिले में डीएम की गाड़ी से टकराई पुलिस की जिप्सी
राज्यपाल के काफिले में डीएम की गाड़ी से टकराई पुलिस की जिप्सी

जागरण संवाददाता, रामपुर : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के काफिले में चल रही मुरादाबाद पुलिस की जिप्सी डीएम की कार से टकरा गई। अचानक ब्रेक लगाने से हुए हादसे में तीन और वाहन भी टकरा गए, लेकिन किसी को कोई चोट नहीं आई।

राज्यपाल सोमवार को रामपुर आई थीं। दिनभर कई कार्यक्रमों में शामिल होने के रात्रि विश्राम भी यहीं किया। जौहर यूनिवर्सिटी के पास बने डा. अब्दुल कलाम वीआइपी गेस्ट हाउस में रात बिताने के बाद सुबह 8.30 बजे मुरादाबाद के लिए निकली। जौहर यूनिवर्सिटी रोड पर गांधी समाधि से पहले स्पीड ब्रेकर पर काफिले में चल रहे जिप्सी चालक ने अचानक तेजी से ब्रेक लगा दिए। इस कारण उसके पीछे चल रही डीएम की गाड़ी टकरा गई। गाड़ी में डीएम आन्जनेय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा सवार थे। किसी को कोई चोट नहीं आई। लेकिन, इनके पीछे चल रहे तीन अन्य वाहन भी एक दूसरे से टकरा गए। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार के अनुसार जिप्सी चालक ने स्पीड ब्रेकर पर तेजी से ब्रेक लगा दिए। इस कारण वाहन आपस में टकरा गए। उनकी गाड़ी का बोनट थोड़ा क्षतिग्रस्त हुआ है। राज्यपाल की गाड़ी तो कई वाहनों से आगे थी। सुरक्षा में कोई चूक वाली बात नहीं है। जिप्सी मुरादाबाद पुलिस की थी। इस मामले में कार्रवाई के लिए एसपी लिखेंगे। हालांकि काफिले में एक टैंकर के आ जाने से हादसे की भी चर्चा होती रही। लेकिन, अधिकारी इससे इन्कार कर रहे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह का कहना है कि कोई टैंकर काफिले में नहीं आया। राज्यपाल की सुरक्षा में चूक जैसी कोई बात नहीं है। राज्यपाल ने बापू की समाधि पर चढ़ाए फूल

रामपुर, जासं : राज्यपाल आनंदीबेन ने मंगलवार सुबह गांधी समाधि पहुंचकर पुष्प अर्पित किए। सुबह नौ बजे वह गांधी समाधि पहुंची और पुष्प अर्पित किए। यहीं र उनकी मुलाकात पूर्व सांसद बेगम नूर बानो से भी हुई। नूरबानो ने उन्हें बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जब हत्या हुई थी, तब रामपुर में नवाबी दौर था। उनके ससुर रजा अली खान के नवाब थे। तब रियासत के मुख्यमंत्री कर्नल बशीर हुसैन जैदी दिल्ली से बापू की अस्थियां रामपुर लाए थे। यहां चांदी के कलश में अस्थियां दफन कर दी गई और फिर गांधी समाधि बना दी गई। इस दौरान जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा समेत तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। राज्यपाल का नूरमहल भी जाने का कार्यक्रम था। इसके लिए तमाम तैयारियां कर ली गईं थी। पुलिस और अधिकारी भी नूरमहल पहुंच गए, लेकिन वे पहुंच नहीं सकीं। डीएम ने बताया कि कार्यक्रम तय था, लेकिन देर हो जाने के कारण राज्यपाल मुरादाबाद निकल गई। गांधी समाधि पर बनेगी प्रतिमा

रामपुर, जासं: गांधी समाधि पर अब गांधी प्रतिमा भी लगेगी। राज्यपाल ने अफसरों के ऐसे निर्देश दिए हैं। उनका कहना था कि गांधी समाधि पर प्रमिमा होना चाहिए। हालांकि यहां पहले केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रतिमा लगवाई थी। लेकिन, सपा शासनकाल में जब गांधी समाधि का विस्तार हुआ तो प्रतिमा को इसके परिसर से हटाकर दूसरे स्थान पर लगा दिया गया।

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