मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर..पर झूमे श्रोता
रामपुर हुनर हाट में गुरुवार की शाम प्रख्यात सूफी गायक निजामी बंधुओं ने अपने सुरों का कमाल दिखाया। भर दे झोली मेरी या मोहम्मद लौट कर मैं न जाऊंगा खाली मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर छाप तिलक सब छीनी रे दमादम मस्त कलंदर अली दा पहला नंबर जैसी सूफी कव्वालियों से समा बांध दिया।
रामपुर : हुनर हाट में गुरुवार की शाम प्रख्यात सूफी गायक निजामी बंधुओं ने अपने सुरों का कमाल दिखाया। भर दे झोली मेरी या मोहम्मद लौट कर मैं न जाऊंगा खाली, मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर, छाप तिलक सब छीनी रे, दमादम मस्त कलंदर अली दा पहला नंबर जैसी सूफी कव्वालियों से समा बांध दिया। वहां बैठे लोग उनकी आवाज पर झूम उठे। निजामी बंधुओं को सुनने के लिए दर्शक बेताब नजर आए। रात आठ बजे कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पंडाल श्रोताओं से भर गया। निजामी बंधु जैसे ही मंच पर पहुंचे तो दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका इस्तकबाल किया। निजामी बंधुओं ने भी दर्शकों को निराश नहीं किया। उन्होंने शायराना और सूफी अंदाज की एक से बढ़कर एक कव्वालियां पेश कीं। दर्शकों की फरमाइशें भी पूरी करने से पीछे नहीं रहे।
बरेली हाईवे पर पनवड़िया नुमाइश मैदान में इन दिनों हुनर हाट चल रही है, जिसका आयोजन अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से किया जा रहा है। इसका उद्घाटन 16 अक्टूबर को किया गया। कार्यक्रम का आगाज करने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी समेत तीन मंत्री आए थे। हुनर हाट में देश के अलग-अलग राज्यों से दस्तकार और शिल्पकार अपने हाथों का हुनर लेकर आए हैं। इनमें कपड़े, जूते, फर्नीचर आदि है तो विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध् व्यंजनों के स्टाल भी लगे हैं। इनमें शाकाहारी से लेकर मांसाहारी सभी तरह के व्यंजन हैं। यहां सुबह 10 बजे से लोगों की आवाजाही शुरू हो जाती है, जो रात 10 बजे तक रहती है। गुरुवार को भी दिन भर लोगों की चहल-पहल रही। महिलाएं यहां खरीदारी कर रही हैं तो बच्चों के मौज मस्ती के लिए झूले लगे हैं। जगह-जगह बने सेल्फी प्वांइट भी लोगों को खूब भा रहे हैं। लोग यहां खड़े होकर सेल्फी भी जरूर लेते हैं।