महापर्व पर्यूषण के समापन पर निकाली पालकी यात्रा
शुक्रवार को जैन समुदाय द्वारा बिलासपुर के मुहल्ला साहूकारा स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से पालकी यात्रा का शुभारंभ किया गया। सबसे आगे जैन ध्वजा व बैनर तथा उसके पीछे ढोल-नगाड़े और सबसे पीछे समुदाय के महिला-पुरुष भजन गाते व जयकारे लगाते चल रहे थे।
रामपुर, जेएनएन : कोरोना महामारी के कारण लगातार दूसरे साल भी महापर्व पर्यूषण के समापन पर रथयात्रा स्थगित कर दी गई। इसके स्थान पर पालकी यात्रा का आयोजन किया गया। साथ ही श्रीजी का अभिषेक-पूजन भी संपन्न हुआ।
शुक्रवार को जैन समुदाय द्वारा बिलासपुर के मुहल्ला साहूकारा स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से पालकी यात्रा का शुभारंभ किया गया। सबसे आगे जैन ध्वजा व बैनर तथा उसके पीछे ढोल-नगाड़े और सबसे पीछे समुदाय के महिला-पुरुष भजन गाते व जयकारे लगाते चल रहे थे। विशेष धार्मिक परिधान पहने समुदाय के कुछ लोगों ने पालकी को अपने कंधों पर उठा रखा था। इसी पालकी पर तीर्थंकर महावीर की प्रतिमा भी विराजमान थी। रास्ते में जगह-जगह जैन समुदाय व अन्य भक्तों ने पालकी के दर्शन व आरती की। उत्साही भक्तों द्वारा पूरी यात्रा के दौरान धार्मिक नृत्य भी किए गए। नगर भ्रमण की बजाय मुहल्ला साहूकारा के ही विभिन्न मार्गों का भ्रमण कर पालकी यात्रा दो घंटे बाद पुन: मंदिर पर आकर सम्पन्न हो गई। यहां पर संगीतमय वातावरण व घंटनाद के साथ श्रीजी का 1008 कलशों से अभिषेक व पूजन किया गया। बाद में अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए। ज्ञात हो कि जैन समुदाय द्वारा प्रत्येक वर्ष नगर में रथयात्रा निकाली जाती है। कोविड गाइडलाइन के चलते पिछले वर्ष रथयात्रा को स्थगित कर दिया गया था।हालांकि इस वर्ष समुदाय ने गाइडलाइन का पालन करते हुए रथयात्रा का बड़ा आयोजन करने के बजाय उसकी जगह संक्षिप्त पालकी यात्रा निकालने का निर्णय लिया। कार्यक्रम में अध्यक्ष नरेश कुमार जैन, आदेश जैन, संदेश जैन, प्रियांश जैन, अमित जैन, बीना जैन, अरूण जैन, पूनम जैन, स्फूर्ति जैन, रूबल जैन, बबीता जैन, नीतू जैन, शिखा जैन, कपिल जैन, सचिन जैन, नितिन जैन, अजय जैन, विजय जैन आदि शामिल रहे।