धान खरीद : आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल पर ही आएगा ओटीपी

रामपुर धान खरीद में पारदर्शिता और घपलेबाजी रोकने के लिए इस बार शासन ने पंजीकरण व्यवस्था में बदलाव किया है। अभी तक दलालों द्वारा किसानों के नाम से फर्जी पंजीकरण कराने की शिकायतें मिल रही थीं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 11:59 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 11:59 PM (IST)
धान खरीद : आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल पर ही आएगा ओटीपी
धान खरीद : आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल पर ही आएगा ओटीपी

रामपुर : धान खरीद में पारदर्शिता और घपलेबाजी रोकने के लिए इस बार शासन ने पंजीकरण व्यवस्था में बदलाव किया है। अभी तक दलालों द्वारा किसानों के नाम से फर्जी पंजीकरण कराने की शिकायतें मिल रही थीं लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। पंजीकरण के दौरान किसान को वही मोबाइल नंबर फीड करना होगा, जो उसके आधार कार्ड से जुड़ा है। उसी मोबाइल नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा। इससे किसान के नाम से कोई दलाल पंजीकरण नहीं करा सकेगा।

शासन ने धान या गेहूं की खरीद के लिए पंजीकरण की व्यवस्था की है। क्रय केंद्रों पर उन किसानों से ही फसल खरीदी जाती है, जो पहले से खाद्य विभाग की वेबसाइट पर पंजीकृत होते हैं। शासन ने यह व्यवस्था दलालों से किसानों को बचाने के लिए की थी, लेकिन दलालों ने गेहूं खरीद के दौरान कई किसानों के नाम से पंजीकरण कराकर इस व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था। ऐसे किसानों के नाम से भी पंजीकरण करा दिया गया था, जिन्होंने खेत में गेहूं की फसल भी नहीं बोई थी। अब धान खरीद में दलालों की इस चाल को नाकामयाब करने के लिए शासन ने पंजीकरण व्यवस्था में बदलाव किया है। पंजीकरण के दौरान किसान को अपने आधार कार्ड से लिक मोबाइल नंबर को ही फीड कराना होगा। इससे ओटीपी किसान के मोबाइल नंबर पर ही आएगा।

जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनुपम निगम कहते हैं कि इससे कोई दलाल किसान के नाम से फर्जी पंजीकरण नहीं करा सकेगा, क्योंकि दलाल अपना मोबाइल नंबर फीड कराएगा तो वह कंप्यूटर नहीं लेगा। किसान का मोबाइल नंबर फीड करेगा तो उसे ओटीपी नहीं पता चल सकेगा। इस व्यवस्था से घपलेबाजी पर रोक लगेगी। सिर्फ किसान ही पंजीकरण करा सकेगा। फसल बिक्री के बाद किसान के उस बैंक खाते में पैसा जाएगा, जो आधार से लिक होगा। खाद्य विभाग इसके लिए किसानों को जागरूक कर रहा है कि आधार कार्ड में फीड मोबाइल नंबर को अपडेट करा ले। सप्ताह में दो दिन 50 क्विटल से ज्यादा धान बेच सकेंगे किसान

जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि किसान एक दिन में 50 क्विटल धान ही क्रय केंद्र पर बेच सकेंगे। यह व्यवस्था सोमवार से गुरुवार तक रहेगी। हालांकि शुक्रवार और शनिवार को 50 क्विटल से ज्यादा धान बेचा जा सकेगा। यानी, सप्ताह में दो दिन किसान अपना पूरा धान बेच सकेगा। किसानों से अपील है कि किसानों को जिस दिन का टोकन मिला है, उस दिन शाम चार बजे तक क्रय केंद्र पर आकर अपनी मौजूदगी दर्ज करा दे। ऐसा न करने पर टोकन रद्द हो जाएगा।

जिले में धान खरीद शुरू, पहले दिन सूने रहे क्रय केंद्र

जासं, रामपुर : प्रदेश भर में पहली अक्टूबर से धान खरीद शुरू हो गई है। हालांकि जिले में पहला दिन खाली गया। धान खरीद के लिए 75 क्रय केंद्र बनाए गए, लेकिन किसी केंद्र पर धान का एक दाना भी खरीद नहीं हो सकी। शासन से इस बार जिले के लिए करीब तीन लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य मिला है, जो पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल 2.40 लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य मिला था। शुक्रवार को पहले दिन खरीद की स्थिति के लिए खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीमें क्रय केंद्रों पर भ्रमण करती रहीं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनुपम निगम ने बताया कि पहले दिन किसी केंद्र पर खरीद नहीं हुई। हालांकि बिलासपुर मंडी में बने क्रय केंद्र पर एक किसान धान लेकर आए थे, लेकिन उनके धान में नमी की मात्रा 22 फीसद से अधिक थी। उन्हें धान सुखाकर लाने को कहा है। सोमवार को उनका धान खरीद लिया जाएगा। इसी तरह मिलक मंडी में भी अधिक नमी वाला धान आने पर खरीद नहीं हो सकी। किसानों से अपील है कि वे धान को सुखाकर लाएं। 17 फीसद से अधिक नमी वाले धान की खरीद नहीं की जाएगी।

chat bot
आपका साथी