बिलासपुर और मसवासी में बारिश से धान की फसल को नुकसान
बिलासपुर मंगलवार की रात तेज हवा के साथ हुई बारिश ने धान की काफी फसल को नुकसान पहुंचाया है। खेतों में फसल के बिछ जाने से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : मंगलवार की रात तेज हवा के साथ हुई बारिश ने धान की काफी फसल को नुकसान पहुंचाया है। खेतों में फसल के बिछ जाने से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है।
मंगलवार रात में लगभग दो बजे अचानक तेज हवा चलने लगी। कुछ ही देर बाद बूंदे पड़ने लगीं, जोकि देखते ही देखते तेज बारिश में बदल गईं। मौसम के करवट बदलने से जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली,वहीं किसानों के यह बरसात मुसीबत बन गई। खेतों में खड़ी उनकी धान की फसल बिछ गई। इससे उनके माथे पर चिता की लकीरें गहराने लगी हैं। मंसूरपुर, सिसौना, अहरो, बमनपुरा, बलखेड़ा, खजुरिया, टेहरी ख्वाजा, महतोष, पदपुरी, चांदपुर, पजाबा, पंजाबनगर, महेशपुरा आदि गांवों में फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसान इरफान हसन का कहना है कि तेज हवा और बारिश से काफी फसल नष्ट हो गई है। प्रशासन को शीघ्र ही सर्वे करवा कर किसानों को उचित मुआवजा दिलवाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
मसवासी : क्षेत्र में मंगलवार को देर रात तेज हवा के साथ हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत बन कर आई। इससे उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। खेतों में लहराती फसल पूरी तरह बिछ गई है। कई किसानों के खेतों में गन्ने की फसल भी दूर तक बिछी पड़ी है। इससे उनके चेहरों पर मायूसी छा गई है।क्षेत्र के बिजारखाता,भूबरा, खुशहालपुर, मंसूरपुर, लाड़पुर, करीमपुर, मिलक-नौखरीद, हसनपुर उत्तरी, घोसीपुरा, जमना जमनी, चौहद्दा, बेलबड़ा आदि दर्जनों गांवों में किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। वहीं तेज हवा से नगर समेत आसपास के तीन दर्जन से अधिक गांवों की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। इससे जहां एक ओर लघु कुटीर उद्योग धंधों के संचालक हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं, वहीं पेयजल आपूर्ति भी बाधित होकर रह गई है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।