खेत में आग लगने से साठ बीघा से अधिक गेहूं की फसल जली

मिलक (रामपुर) सिहारी गांव में शुक्रवार की दोपहर गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:47 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:47 PM (IST)
खेत में आग लगने से साठ बीघा से अधिक गेहूं की फसल जली
खेत में आग लगने से साठ बीघा से अधिक गेहूं की फसल जली

मिलक (रामपुर) : सिहारी गांव में शुक्रवार की दोपहर गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई। इस पर आनन-फानन में किसानों ने आग को बुझाने का प्रयास किया। एक दर्जन से अधिक ट्रैक्टर लेकर किसान खेतों पर पहुंचे। आसपास के खेत जोतकर बाकी फसल को बचाने का प्रयास करने लगे। दोपहर में चल रही तेज हवाओं के कारण आग काफी तेजी से फैली। जब तक किसानों ने आग पर काबू पाया, 60 बीघा से अधिक गेहूं की फसल जलाकर राख हो गई। आग बुझने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी गांव पहुंची। ग्रामीणों के द्वारा आग पर काबू पाता देख फायर ब्रिगेड की गाड़ी वापस लौट गई। वहीं गेहूं के खेत में लगी आग बुझाने के लिए बच्चों के साथ पहुंचीं महिलाएं बिलख-बिलख कर रोने लगी।

पीड़ित किसानों ने बताया कि उन्होंने बैंक और साहूकार से कर्ज लेकर गेहूं की फसल खेतों में लगाई थी। महंगे डीजल से सिचाई की और खाद लगाया। कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग करने पर काफी अच्छी फसल पैदा हुई थी। फसल के पक जाने पर वह उससे ढेर सारी उम्मीद लगाए हुए थे। फसल को बेचकर वह कर्जा उतारने के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा, लालन पालन आदि करते, लेकिन आग लगने से उनके सारे सपने बिखर गए। ग्रामीणों ने बताया कि आग क्यों और कैसे खेतों में लगी? इसकी जानकारी नहीं हो सकी।

खेत में आग लगने से गांव निवासी देवकरन की 11 बीघा, मुंशीलाल की 11 बीघा, मुहम्मद नबी की 12 बीघा मुहम्मद अहमद की 12 बीघा, अल्लाहनूर की 12 बीघा और राममूर्ति सरन की आठ बीघा गेहूं की फसल जल गई। पीड़ित किसानों की सूचना पर हल्का लेखपाल परमेंद्र कुमार गांव पहुंचे। पीड़ित किसानों ने उनसे शासन से मुआवजा दिलाने की मांग की। लेखपाल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह रिपोर्ट बनाकर तहसील प्रशासन को सौंप देंगे। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के द्वारा शासन को भेज दी जाएगी।

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