रामपुर में छुरियों का मातम, लहूलुहान हुए अजादार

रामपुर: शहीदे कर्बला की याद में गुरुवार को शहर में जगह-जगह छुरियों और जंजीरों का

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 12:09 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 12:09 AM (IST)
रामपुर में छुरियों का मातम, लहूलुहान हुए अजादार
रामपुर में छुरियों का मातम, लहूलुहान हुए अजादार

रामपुर: शहीदे कर्बला की याद में गुरुवार को शहर में जगह-जगह छुरियों और जंजीरों का मातम हुआ। जिससे अजादार लहुलुहान हो गए। नौहाख्वानी और मातम कर शहीदों को खिराज-ए-अकीदत पेश की गई। गुरुवार को मोहर्रम की नौ तारीख पर शहर में सुबह से ही मजलिसों का सिलसिला शुरू हो गया। जगह-जगह जिक्र-ए-हुसैन किया गया, जिससे अजादारों की आंखें नम हो गई। इमामबाड़ा खासबाग, किला और मकबरा जनाब-ए-आलिया में भी मजलिस हुई। शहर के मोहल्ला लाल कब्र में स्वर्गीय जाफर मियां के मकान पर मजलिस हुई। मौलाना बाकर मेंहदी ने मजलिस को खिताब किया। उन्होंने इमाम हुसैन और साथियों की शहादत को बयान किया। बाद में अजादारों ने जंजीरों व छुरियों का मातम किया, जिससे वे लहुलुहान हो गए। फैसल मियां और नौमी जैदी के सिर से तो खून बहने लगा। इस दौरान तमाम अजादार सीनाजनी कर मातम कर रहे थे। अजादारों ने नौहाख्वानी और मातम कर शहीदे कर्बला को खिराजे अकीदत पेश की। इमामबाड़ा जफर अली बेग, मोहल्ला बेरियान और ज्वालानगर इमामबाड़ा में भी मजलिस और मातम हुआ। मोहल्ला लाल कब्र में हुई मजलिस में मेंहदी जैदी, मुन्ने मियां, अली अब्बास, फराज, जीशान, बाबर मियां, अली जामिन, आदि शामिल रहे। शुक्रवार को ताजियों का जुलूस निकलेगा। शहर के ताजिये सीआरपीएफ से होकर आगापुर स्थित कर्बला जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी विभिन्न स्थानों पर ताजियों के जुलूस निकलेंगे। इसके मद्देनजर जगह जगह पुलिस तैनात की गई है।

chat bot
आपका साथी