हड़ताल से एएनएम सेंटरों पर लटके ताले, टीकाकरण प्रभावित
रामपुर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों की हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिता बढ़ा दी है। हड़ताल में एएनएम भी शामिल हैं जिसके चलते बुधवार को एएनएम सेंटरों पर ताले लटके रहे। एएनएम के न आने से नियमित टीकाकरण से लेकर कोरोना वैक्सीनेशन पर भी प्रभाव पड़ा। 124 टीमें वैक्सीनेशन सेंटरों पर नहीं पहुंचीं।
रामपुर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों की हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिता बढ़ा दी है। हड़ताल में एएनएम भी शामिल हैं, जिसके चलते बुधवार को एएनएम सेंटरों पर ताले लटके रहे। एएनएम के न आने से नियमित टीकाकरण से लेकर कोरोना वैक्सीनेशन पर भी प्रभाव पड़ा। 124 टीमें वैक्सीनेशन सेंटरों पर नहीं पहुंचीं।
अपनी मांगों को लेकर मिशन के संविदा कर्मी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं। वे वेतन विसंगति, समायोजन, बीमा योजना आदि की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इनमें संविदा पर तैनात चिकित्सक से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ, एएनएम, कार्यालय स्टाफ आदि शामिल हैं। बुधवार को हड़ताल में शामिल सभी संविदा कर्मी सीएमओ कार्यालय परिसर में इकट्ठा हुए। यहां धरना देकर दिन भर बैठे रहे। उनकी हड़ताल के कारण कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा। एएनएम सेंटर तो खाली हो गए। वहां ताले लटके रहे। वैक्सीनेशन पर भी इसका प्रभाव पड़ा।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए एएनएम को भी लगाया गया है। हड़ताल में शामिल एएनएम व सेंटर पर ड्यूटी करने वाले अन्य संविदा कर्मी वैक्सीनेशन सेंटरों पर नहीं पहुंचे, जिसके चलते वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव यादव ने बताया कि 302 सेंटरों पर वैक्सीनेशन होना था। वैक्सीनेशन के लिए 124 टीमें वैक्सीनेशन सेंटरों पर नहीं पहुंच सकीं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.संजीव यादव ने बताया कि संविदाकर्मियों की हड़ताल से वैक्सीनेशन फ्रबावित हो रहा है। कर्मचारियों से जनहित में काम पर लौटने की बात की है। जिलाधिकारी रविद्र कुमार मांदड़ ने भी उनसे काम पर लौटने की अपील की है।