किसानों को पराली न जलाने के लिए किया प्रेरित

कृषि विज्ञान केंद्र धमोरा में बृहस्पतिवार को आयोजित बैठक में वैज्ञानिकों ने किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 11:37 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 11:37 PM (IST)
किसानों को पराली न जलाने के लिए किया प्रेरित
किसानों को पराली न जलाने के लिए किया प्रेरित

धमोरा : कृषि विज्ञान केंद्र धमोरा में बृहस्पतिवार को आयोजित बैठक में वैज्ञानिकों ने किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया। वैज्ञानिक डॉ.मनोज कुमार ने धान अवशेष न जलाने के लाभों के बारे में बताया। कहा किसान अपने खेतों में बचे धान के अवशेषों को न जलाएं। वैज्ञानिक डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हैप्पी सीडर द्वारा धान की पराली बिना जलाए सीधे बुवाई की जा सकती। इस दौरान किसानों को पराली जलने से होने वाले नुकसानों के बारे में विस्तार से बताया। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.मनोज सिंह ने धान की पराली को यूरिया द्वारा उपचारित कर पशुओं के लिए पौष्टिक चारा बनाने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ.फैज मोहसिन ने कृषको से आह्वान किया कि धान के खेत में पराली न जलाकर कृषि यंत्रो की सहायता से मिटटी में मिलाकर भूमि की उर्वरक शक्ति बढ़ाएं। डॉ.आरएन सिंह ने वातावरण प्रदूषण के बचाव एवं मत्स्य पालन के विषय में जानकारी दी। इस अवसर पर मदनलाल, डालचंद, मोतीराम, भगवान दास, ग्राम प्रधान बनारसी लाल समेत क्षेत्र के अन्य किसान भी मौजूद रहे।

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