अधर में लटका पुल, दर्जनों गांव के लोग परेशान

रामपुर टांडा क्षेत्र के लालपुर कोसी पुल न बनने से क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप है। क्षेत्र के सैकड़ों गांव के लोग लगातार परेशानी झेल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 11:06 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 11:06 PM (IST)
अधर में लटका पुल, दर्जनों गांव के लोग परेशान
अधर में लटका पुल, दर्जनों गांव के लोग परेशान

रामपुर: टांडा क्षेत्र के लालपुर कोसी पुल न बनने से क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप है। क्षेत्र के सैकड़ों गांव के लोग लगातार परेशानी झेल रहे हैं। अस्थाई पुल टूटने से समस्या और बढ़ गई है। जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। बाइक सवार नदी से पानी मे होकर निकल रहे हैं। महिलाओं व बच्चों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

लालपुर स्थित कोसी नदी पर बना लकड़ी का स्थाई पुल बरसात को ध्यान में रखते हुए जून में तोड़ दिया गया था। यह समस्या क्षेत्र के लोगों के लिए सिर दर्द बन गया है। पुल पार करने को जान जोखिम में डालकर लोग कोसी नदी से होकर गुजरने को मजबूर हो रहे हैं। जबकि बारिश होने के चलते नदी में पानी का स्तर बढ़ गया है। कुछ लोग पुराने टूटे हुए पुल की सीढि़यों के द्वारा भी पार जा रहे हैं। हालांकि सैदनगर पुलिस ने पुल तक जाने वाला रास्ता ही बंद कर दिया। एक लाख की जनसंख्या वाले टांडा सहित काफी लोगों को सामान आदि लाने ले जाने में जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि इस पुल के अभाव ने क्षेत्र के लोगों को कई दशक पीछे कर दिया है।

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लंबे समय से स्थाई पुल की दरकार

टांडा औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद 40 सालों से क्षेत्र के लोग लालपुर कोसी पुल के अभाव में नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। टांडा से सरकार को जिले में सबसे अधिक राजस्व मिलता है। कोसी पुल खराब होने से क्षेत्र का विकास ठप होकर रह गया है। चावल, लकड़ी तथा अन्य कारोबार पर इसका बड़ा असर पड़ा है।

पौन घंटे का सफर वाया स्वार अथवा मुरादाबाद होकर तय करने में कई घंटे लग जाते हैं। बरेली लखनऊ जाने के लिए भी लंबा चक्कर काटकर जाना पड़ता है।

पुराना पुल जर्जर होने के कारण 1975 में बड़े वाहनों के लिए बंद कर दिया था। वर्ष 2016 में नए पुल के निर्माण को पुराना पुल तोड़ दिया था। यह अब बड़ी परेशानी का बड़ा सबब बना है। अब यह राजनीति की भेंट चढ़ गया। इसका सियासी लाभ लेने को सभी ने पुल पर दांव आजमाया। निर्माण को धरना प्रदर्शन भी हुए। विधायक उपचुनाव में पुल निर्माण को फिर से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने एक साल पहले 23 सितंबर को उद्घाटन किया था। 41 करोड़ रुपये भी निर्माण को स्वीकृत हो गए थे जो बाद में हवाई साबित हुआ। चुनाव टलते ही पुल निर्माण भी टल गया।

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व्यापारी व अन्य लोगों को परेशानी

व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष हाजी मुशर्रफ अली का कहना है कि लालपुर पुल से क्षेत्र का कारोबार चौपट हो गया है। क्षेत्र के लोग लालपुर क्षतिग्रस्त पुल के कारण लगातार परेशानी से जूझ रहे हैं। पुल निर्माण होने से स्थिति में सुधार आएगा।

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व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष हाजी अब्दुल समद का कहना है कि व्यापारियों के लिए लालपुर पुल विकास में रोड़ा बन गया है। इसके कारण क्षेत्र विकास में लगातार पिछड़ता जा रहा है। पुल बनने के बाद गंभीर मुद्दा हल होगा। जिला मुख्यालय भी करीब हो जाएगा।

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नगर महामंत्री आशीष कुमार वर्मा का कहना है कि रोगियों और कोर्ट कचहरी जाने वालों के लिए तो लालपुर का परेशानी का सबब बन गया है। लकड़ी का पुल एक मात्र सहारा है जो बरसात में तोड़ दिया जाता है। जिसके निर्माण के बाद काफी राहत मिलेगी।

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जिला उपाध्यक्ष हाजी शकील अहमद का कहना है कि लालपुर स्थित कोसी पुल कई दशकों से क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद पड़ा है जो एक बड़ी समस्या है। उस पर कोई भी ध्यान देने को तैयार नहीं है। लालपूर कोसी पुल बनने से क्षेत्र के लोगों की दिक्कत कम होगी।

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सलीम अहमद का कहना है कि क्षतिग्रस्त पुल बंद होने के चलते क्षेत्र का कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है। यातायात की समस्या बनी रहने से लोगों ने इधर आना ही छोड़ दिया है। पुल निर्माण के आश्वासन तो मिलते हैं। लेकिन कुछ समय बाद ही मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।

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अनीस फारूकी का कहना है कि नेताओं की अनदेखी के चलते लालपुर का कोसी पुल क्षेत्रवासियों के लिए एक सपना सा बन गया है। आश्वासन मिलता है तो लगता है सपना पूरा हो गया। कुछ समय बाद ही वह अधूरा सपना बन जाता है। यह सिलसिला कई दशकों से चल रहा है।

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