नदियों के किनारे खेतों में गलने लगी धान की फसल

पटवाई रामपुर कोसी और रामगंगा नदी में उफान से खेतों में पानी भर गया है जिससे फसलों को

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 11:11 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:11 PM (IST)
नदियों के किनारे खेतों में गलने लगी धान की फसल
नदियों के किनारे खेतों में गलने लगी धान की फसल

पटवाई, रामपुर: कोसी और रामगंगा नदी में उफान से खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। धान की फसल तो गलने लगी है। इससे किसान परेशान हैं।

छह दिन से हो रही बारिश और रामनगर बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी नदी उफान पर है। नदी किनारे फसलें जलमग्न हो गईं। नदी के उफनाने से ग्रामीण चारा लेने उस पार नहीं जा पा रहे हैं, जिससे गांव में चारे की किल्लत बढ़ गई है। वहीं बाढ़ के खौफ से ग्रामीण रात को चैन से सो नहीं पा रहे हैं। नदी किनारे सब्जी आदि की फसलें भी चौपट होकर रह गईं हैं।

मदारपुर गांव के लाखन सिंह का कहना है कि नाम के लिए बाढ़ चौकी बनी है। लेखपाल कभी-कभार आते हैं और झूठी तसल्ली देकर चले जाते हैं। नदी में गांव के सामने पत्थर के हाथ भी नहीं बनाए गए, जिससे कटान में कमी आती। यदि गांव में बाढ़ आई तो काफी नुकसान होगा।

मदारपुर के ही ठाकुर का कहना है कि उनका गांव नदी किनारे पर है। इन दिनों नदी उफान पर है। जिससे गांव में बाढ़ आने का डर सता रहा है। कोसी नदी कटान अलग कर रही है। इससे काफी नुकसान हो रहा है।

गांव निवासी राजेंद्र सिंह का कहना है कि कोसी नदी के उफनाने से खेत पर नहीं जा पा रहे हैं। इससे पशुओं के लिए चारे की किल्लत हो रही है। उधर कोसी नदी ने मंदिर को चपेट में लिया है। जो कभी भी नदी में समा सकता है।

इसी गांव के करन का कहना है किफसलों में कई दिन से पानी भरा होने से नुकसान हो रहा है। धान की पौध तो गलने लगी है। पहले बारिश नहीं हो रही थी. तब पंपिग सेट से सिचाई कर धान की रोपाई की। अब फसल खराब हो रही है। राजेंद्र सिंह का कहना है कि नदी किनारे की फसल को बहुत नुकसान हो रहा है। पहले से ही किसान डीजल की महंगाई के कारण परेशान हैं। अब उनकी परेशानी और बढ़ गई है। दढि़याल में भी फसलों को नुकसान

संसू,दढियाल : कई दोनों से क्षेत्र एवं पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। । हालांकि पानी अभी भी नदी के किनारों के अंदर ही है, लेकिन पानी के दोबारा बढ़ने से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्र एवं पहाड़ी इलाकों में कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण रामनगर स्थित जलाशय से भी पानी कोसी नदी में छोड़ा गया। जिससे कई बार बाढ़ जैसी स्थिति उतपन्न हो गई। इसके चलते फसलों को भी भारी नुकसान हो रहा है। गुरुवार को कोसी नदी में पानी कम हो गया था जिससे नगर समेत क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन गुरुवार व शुक्रवार दोपहर तक भी बारिश होती रही। जिससे कोसी नदी में पानी फिर बढ़ गया। कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। नगर समेत क्षेत्र के लोगों में पानी बढ़ने से बाढ़ की चिता सताने लगी है। वहीं कोसी नदी में कई दिनों से पानी ठहरने से किसानों की फसलें भी बर्बाद हो गई। किसानों में बाढ़ की चिता सताने लगी है।

chat bot
आपका साथी