भारत बंद के समर्थन ने पांच घंटे हाईवे किया जाम

रामपुर भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को भारत बंद के आहवान पर पांच घंटे तक लखनऊ-दिल्ली हाईवे जाम रखा। सड़क पर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:42 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:42 PM (IST)
भारत बंद के समर्थन ने पांच घंटे हाईवे किया जाम
भारत बंद के समर्थन ने पांच घंटे हाईवे किया जाम

रामपुर : भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को भारत बंद के आहवान पर पांच घंटे तक लखनऊ-दिल्ली हाईवे जाम रखा। सड़क पर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिला अधिकारी सदर को सौंपा। जाम के दौरान पुलिस प्रशासनिक अधिकारी भी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे।

भारत बंद के समर्थन में किसान विकास भवन स्थित भाकियू कार्यालय पर जमा हुए। इसके बाद जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के नेतृत्व में जुलूस निकालकर थाना सिविल लाइंस के सामने होते हुए आंबेडकर पार्क चौराहे पर पहुंचे। यहां हाईवे पर दरिया बिछाकर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। इससे आवागमन ठप हो गया। दोनों तरफ बैरियर लगा दिए गए। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने सरकार से लेकर प्रशासन तक किसान आंदोलन को फेल करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। कहा कि भारत बंद के समर्थन वाले दुकानदारों को धमकाकर उनकी दुकानें खुलवाई जा रहीं हैं। आंदोलन में शामिल होने वालों के वाहन चौराहों पर रोके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब किसानों पर अत्याचार हुए हैं। सरकार को झुकना पड़ा है। इस सरकार को भी 2022 में किसानों की ताकत का एहसास हो जाएगा। उन्होंने कि सरकार किसानों की अनदेख कर रही है। लंबा समय गाजीपुर सीमा पर धरना चलते हो गया, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है। किसानों की मांग तीन कृषि बिलों को वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने, गन्ने का मूल्य साढ़े चार सौ रुपये घोषित करने और चीनी मिलों पर बकाया गन्ने का भुगतान दिलाने की हैं, जिन्हें किसान मनवाकर ही दम लेगा। यहां करीब पांच घंटे धरना देने के बाद प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा।

इस दौरान जीत सिंह चौधरी, होरी लाल, साबिर अली, वीरेंद्र सिंह, लखविद्र सिंह, दरयाव सिंह इत्यादि सैकडों किसान मौजूद रहे।

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नेताओं को लिया आडे़ हाथों

रामपुर : भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष हसीब अहमद कुछ किसान नेताओं की नारेबाजी को लेकर धरने के दौरान भड़क गए। उन्होंने उनकी गतिविधियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए माइक से उन्हें चले जाने तक को कह दिया। बोले उन्हें अनुशासन पसंद है, जो इसे तोड़ेगा। उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दरअसल कुछ किसान अपने नेताओं के नारे लगा रहे थे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाकियू के बराबर किसान लेकर आते तो दावा ठीक भी रहता।

-------------------------------- बाजारों में नहीं दिखा असर, कई संगठनों ने किया समर्थन

रामपुर : भारत बंद का शहर के बाजारो में खास असर नजर नहीं आया। रोज की तरह तमाम दुकानें खुली रहीं। हांलाकि सिविल लाइंस क्षेत्र में हाईवे पर दुकानें बंद रहीं। बंद समर्थन में भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने भी सहयोग किया। संयुक्त किसान मोर्चा के युवा प्रदेश महासचिव जुबेर खान, प्रदेश महासचिव शाहजमां खान और जिला अध्यक्ष मुशाहिद हुसैन ने भारत बंद आंदोलन का सहयोग कर सीओ सिटी को ज्ञापन सौंपा। विनोद कुमार ,रतिराम, रामा सागर, अनिल कुमार, रियाजुद्दीन, शमीम जहां, बबली, आलिम मियां, सुमा इला, समीना, मुकेश सैनी, सावेज, आदि सैकड़ों मौजूद रहे। भाकियू अराजनैतिक के जिला महासचिव फईमुददीन खा, रिजवान अली, इशरत अली इत्यादि ने भी किसान आंदोलन में पहुंचकर धरने और भारत बंद का समर्थन कर ज्ञापन भेजा।

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जाम स्थल पर नहीं लगने दी वाहनों की लंबी कतार

रामपुर : किसानों के जाम के दौरान पुलिस प्रशासन ने रणनीति बनाकर यहां वाहनों का जमावाड़ा नहीं लगने दिया। दरअसल पुलिस ने मुरादाबाद से शहर आने वाले वाहनों को सीआरपीएफ चुंगी से डायवर्ट कर दिया। सिविल लाइंस चौराहे से पुराने रोडवेज व आवास विकास वाले रास्ते से स्थानीय ट्रैफिक का पास किया जाता रहा।

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