ठहरिए.. खांसी-जुकाम नहीं तो आप को नहीं है मास्क लगाने की जरूरत
ठहरिए.. खांसी-जुकाम नहीं तो आप को नहीं है मास्क लगाने की जरूरत
जागरण संवाददाता, रामपुर : चीन से निकल कर दुनिया भर में आतंक का पर्याय बन चुके कोरोना नाम के वायरस से आज हर कोई डरा हुआ है। इसकी चपेट में आने से देश में हुई दो मौतों के बाद अब स्कूल-कॉलेज बंद होने की घोषणा के उपरांत लोगों में जबरदस्त दहशत का माहौल बन चुका है। मेडिकल स्टोरों पर मॉस्क और सेनेटाइजर लेने वालों की भीड़ लगने लगी है। हालत यह है कि ये दोनों ही चीजें आते ही आउट ऑफ स्टॉक होने लगी हैं।
सड़क पर निकलो तो हर तीसरा व्यक्ति मुंह पर मास्क चढ़ाए नजर आ रहा है। बिना वास्तविकता जाने मास्क पहनने की यह होड़ मास्क कारोबारियों के वारे न्यारे कर रही है। ये लोग कोरोना के नाम पर लोगों के मन में छाए खौफ को जम कर भुना रहे हैं। आम दिनों में सामान्य रेट पर मिलने वाले मास्क के मनचाहे दाम वसूले जा रहे हैं। यहां यह बात ध्यान देने योग्य है कि मास्क की आवश्यकता हर व्यक्ति को नहीं है। मास्क कब और किसको प्रयोग करना है, आइए इस पर एक नजर डालें। इस संबंध में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने प्रदेश भर के जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उनके अनुसार इसका संक्रमण छींकते या खांसते समय नाक अथवा मुंह से निकले डॉपलेट्स से होता है। ऐसी स्थिति में मास्क उन लोगों को ही पहनना चाहिए जो इस वायरस से संक्रमित हैं या इसके कोई लक्षण उन्हें अपने आप में दिखाई दे रहे हैं। उनके अलावा मास्क का प्रयोग संक्रमित व्यक्ति का उपचार करने वाले चिकित्साकर्मियों को करना चाहिए। सामान्य, स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी से इस बात का अच्छी तरह से प्रचार-प्रसार कराने को कहा है। जिससे लोग वास्तविकता को जानें तथा व्यर्थ ही खौफ के माहौल में न जिएं, बल्कि इसको लेकर सावधानी बरतें। उधर जिला चिकित्सालय में नियुक्त डॉ. दशरथ सिंह कहते हैं कि यदि कोई प्रभावित व्यक्ति आपको दिखाई दे तो उससे दो मीटर तक की दूरी बना कर रखें। इसके अलावा अपने खानपान का भी ध्यान रखें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से भी बचें। स्वच्छता का रखें पूरा ध्यान
मुख्य सचिव ने डीएम को दिए निर्देशों में कहा है कि जनता को बताया जाए कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके विपरीत शरीर के साथ अपने आसपास की स्वच्छता पर पूरा ध्यान दें। खांसते या छींकते समय रूमाल अथवा टिशू पेपर से नाक व मुंह को ढंक लें। दिन में कई बार हाथों को साबुन से धोते रहें। मुख्य सचिव ने कहा है कि जनपद में इसको लेकर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए तथा उस का फोन नंबर जनता को उपलब्ध करवाया जाए। जिला अस्पताल में संक्रमित व्यक्तियों के लिए आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था का निरीक्षण करें तथा आवश्यक निर्देश दें। परीक्षा से पहले परीक्षा कक्ष की कराई जाए समुचित सफाई
इसके अलावा कहा है कि बहुत अधिक भीड़ वाले आयोजनों को जहां तक संभव हो रोका जाए। संक्रमित व्यक्ति द्वारा छींकने या खांसने पर इसके विषाणु सतह पर गिरते हैं और वहां पर काफी समय तक एक्टिव रहते हैं। ऐसे में सफाईकर्मियों को आवश्यक औषधियुक्त घोल से सार्वजनिक स्थानों की सफाई के निर्देश दिए जाएं। बेसिक शिक्षा विभाग की 22 मार्च के बाद होने वाली परीक्षा से पूर्व परीक्षा कक्ष व वहां के फर्नीचर की साफ सफाई औषधियुक्त घोल से करवाने के निर्देश भी उन्होंने दिए हैं।