चिकित्सकों ने उठाई एक्ट में संशोधन की मांग

रामपुर जिले के चिकित्सकों ने एक बार फिर क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन की मांग उठाई है। इस संबंध में नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन लालता प्रसाद शाक्य को सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:04 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:04 PM (IST)
चिकित्सकों ने उठाई एक्ट में संशोधन की मांग
चिकित्सकों ने उठाई एक्ट में संशोधन की मांग

रामपुर : जिले के चिकित्सकों ने एक बार फिर क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन की मांग उठाई है। इस संबंध में नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन लालता प्रसाद शाक्य को सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि एक्ट में कुछ बिदुओं पर सरकार को दोबारा विचार करने की जरूरत है। ऐसा नहीं हुआ तो प्रदेश के छोटे और मध्यम करीब 50 हजार से ज्यादा अस्पताल बंद हो जाएंगे। छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में चल रहे ये अस्पताल इस एक्ट के मुताबिक इंफ्रास्ट्रक्चर और मैनपावर को पूरा नहीं कर सकेंगे। जो अस्पताल एक्ट के प्राविधानों को पूरा करेंगे तो वहां इलाज महंगा हो जाएगा। एक्ट में संशोधन नहीं किया तो इंस्पेक्टर राज का बोलबाला हो जाएगा। ज्ञापन में एक्ट में संशोधन करने के साथ ही जिला स्तर पर मानिटरिग के लिए मेडिकल बैकग्राउंड वाले अधिकारी या सीएमओ को नियुक्त किया जाए। नवीनीकरण प्रत्येक पांच साल में होना चाहिए। चिकित्सकों ने एक्ट को संशोधित और सरल करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. आरिफ सिद्दीकी, सचिव डा. मुनीश गुप्ता आदि शामिल रहे। अंत्योदय कार्ड धारकों के बनेंगे आयुष्मान कार्ड

जासं, रामपुर : अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को लाभ पहुंचाने के मकसद से जिले में मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव यादव ने बताया कि 31 दिसंबर तक सभी अंत्योदय लाभार्थियों का राशन कार्ड कामन सर्विस सेंटर के बीएलई द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर लगाकर बनाए जाने हैं। जिले में 91112 अंत्योदय कार्डधारक हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में जोड़ा गया है। अभी तक 17135 के कार्ड बनाए जा चुके हैं। अंत्योदय लाभार्थी आयुष्मान कार्ड बनने के बाद पांच लाख तक का निश्शुल्क उपचार करा सकते हैं।

chat bot
आपका साथी