धान खरीद में खत्म होगी ठेकेदारी व्यवस्था
रामपुर : धांधली रोकने को सरकार ने इस बार धान खरीद नीति में कई बदलाव किए हैं। ठेकेदार
रामपुर : धांधली रोकने को सरकार ने इस बार धान खरीद नीति में कई बदलाव किए हैं। ठेकेदारी व्यवस्था को समाप्त कर दिया है। अब राइस मिलें सीधे क्रय केंद्रों से धान उठा सकेंगी। प्रदेश भर में पहली अक्टूबर से धान खरीद की जानी है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिले में भी धान खरीद को लेकर नई नीति का सर्कुलर आ चुका है। इसके मुताबिक धान खरीद नीति में कई बदलाव किए गए हैं। पहले धान क्रय केंद्रों पर ठेकेदार नियुक्त किए जाते थे। इनके माध्यम से क्रय केंद्र पर खरीदा जाने वाला धान राइस मिलों को भेजा जाता था। इस बार सरकार ने ठेकेदारी व्यवस्था को खत्म कर दिया है। राइस मिलों को स्वयं क्रय केंद्रों से धान का परिवहन करने की स्वतंत्रता दी है। इसके अलावा प्रति ¨क्वटल 20 रुपये मिलों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी जयपाल ¨सह ने बताया कि सरकार ने धान खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए बदलाव किए हैं। इन बदलावों का किसानों को ज्यादा से लाभ मिलेगा। क्रय केंद्र पर लाए धान की उतराई, छनाई और सफाई की मद में भी पांच रुपये की बढ़ोतरी की है। पहले इस मद में 15 रुपये दिए जाते थे, लेकिन इस बार 20 रुपये दिए जाएंगे। शासन ने तय किया है कि क्रय केंद्र पर लाने वाला धान 17 फीसद नमीयुक्त होना चाहिए। इससे अधिक नमी वाला धान नहीं खरीदा जाएगा। दो से पांच टन क्षमता की राइस मिल को आठ लाख रुपये तक बैंक गारंटी देनी होगी। इसके बाद ही उसे धान कूटने को दिया जाएगा।