छह मिनट में कोरोना संक्रमित बालक को मिला उपचार
रामपुर कोरोना का कहर भले ही कम हो गया है लेकिन भविष्य में इससे निबटने के लिए सरकारी मशीनरी अलर्ट है। इसके तहत समय-समय पर कोविड अस्पतालों में माक ड्रिल किया जा रहा है।
रामपुर : कोरोना का कहर भले ही कम हो गया है, लेकिन भविष्य में इससे निबटने के लिए सरकारी मशीनरी अलर्ट है। इसके तहत समय-समय पर कोविड अस्पतालों में माक ड्रिल किया जा रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल समेत दूसरे कोविड अस्पतालों में माक ड्रिल कर एक बच्चे को उपचार देने की प्रक्रिया की गई। बच्चे को एम्बुलेंस से उतारकर छह मिनट में आइसीयू में भर्ती कर आक्सीजन सपोर्ट पर रखने की प्रक्रिया पूरी कर दी गई।
यह सारी प्रक्रिया शासन द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी डा. सरोज अरोरा की मौजूदगी में हुई। इसके अलावा मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहबाद, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलासपुर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वार में भी माकड्रिल किया गया।
जिला अस्पताल में माकड्रिल के लिए एक बालक को कोरोना संभावित रोगी मानकर निर्धारित समय सीमा 10 मिनट के भीतर एम्बुलेंस से उतारकर आइसीयू में आक्सीजन सपोर्ट में रखने की प्रकिया परखी गई, जिसे चिकित्सकों और कर्मचारियों ने मात्र छह मिनट में पूरा कर लिया।
मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय स्थित 11 कोविड फेसिलिटी में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनय कुमार चौहान के पर्यवेक्षण में माकड्रिल किया गया। पीएचसी शाहबाद में डा. मनोज शुक्ला के नेतृत्व में सीएससी स्वार में विश्व स्वास्थ्य संगठन की डा. पारूल के नेतृत्व में तथा सीएससी बिलासपुर में डा. दीपक के नेतृत्व में माक ड्रिल का आयोजन किया। राज्य द्वारा नामित नोडल अधिकारी डा. सरोज अरोड़ा ने माक ड्रिल के अतिरिक्त जिला चिकित्सालय में कोविड-19 के उपचार से संबंधित अन्य सभी तैयारियों का निरीक्षण किया। जिला चिकित्सालय में बच्चों हेतु स्थापित पीकू वार्ड, आइसोलेशन वार्ड, वेंटीलेटर संचालन, आक्सीजन आपूर्ति आदि का निरीक्षण किया गया। नोडल अधिकारी द्वारा जिला चिकित्सालय में पीएम केयर्स द्वारा स्थापित 1000 एलपीएम आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजीव यादव ने बताया कि जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर से बचाव व उपचार की समस्त तैयारियां पूर्ण है। उनकी तैयारियों की समीक्षा हेतु आज जनपद में माकड्रिल का आयोजन किया गया। भविष्य में कोरोना से संक्रमित बच्चों के उपचार के लिए जिला चिकित्सालय रामपुर में 40 बेड तथा सीएचसी स्वार, सीएचसी शाहबाद, सीएचसी बिलासपुर व मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं। चिकित्सीय उपकरण एवं आवश्यक औषधियां उपलब्ध करा दी गई हैं।
माकड्रिल के दौरान जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा. एचके मित्रा, एसीएमओ डा. आर चन्द्रा, डा. गणेश, डा. वीसी सक्सेना और डीएमओ पंकज द्विवेदी उपस्थित रहें।