उपभोक्ता जूझ रहे संकट से फाल्ट पी रहे बिजली

शहरी व औद्योगिक क्षेत्र के लिए बिजली शेड्यूल भले ही 24 घंटे का चल रहा हो और ऊपर से भी बिजली पूरी आ रही है लेकिन आलम यह है कि पूरी बिजली उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 12:45 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 12:45 AM (IST)
उपभोक्ता जूझ रहे संकट से फाल्ट पी रहे बिजली
उपभोक्ता जूझ रहे संकट से फाल्ट पी रहे बिजली

जेएनएन, रामपुर : शहरी व औद्योगिक क्षेत्र के लिए बिजली शेड्यूल भले ही 24 घंटे का चल रहा हो और ऊपर से भी पूरी बिजली आ रही है, लेकिन आलम यह है कि पूरी बिजली उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रही है। कारण यह है कि जर्जर लाइनों के चलते फाल्टों में कमी नहीं आ रही है।

शहरी उपभोक्ताओं के लिए पनवडिया स्थित 132 केवीए बिजलीघर से आपूर्ति दी जाती है। यहां से 33-11 की क्षमता वाले सभी बिजलीघरों को प्रतिदिन शेड्यूल के हिसाब से आपूर्ति दी जाती है। लेकिन लाइनों में फाल्ट के कारण पूरी बिजली उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रही है। लाइनों पर पेड़ आ जाने से भी लगातार फाल्ट हो रहे हैं। जौहर रोड पर आंबेडकर पार्क से गांधी समाधि तक लाइनें पेड़ के बीच से गुजर रही हैं। बारिश में तो यहां अक्सर फाल्ट हो जाते हैं। इससे लोग परेशान रहते हैं। सबसे ज्यादा फाल्टों की शिकायत किला, रजा इंटर कालेज, थाना गंज, सिविल लाइन, अजीतपुर, पहाड़ी गेट, बिलासपुर गेट फीडरों पर रहती है, जहां सुबह, दोपहर व शाम नियमित रूप से बिजली बाधित होती है। फीडरों की बिजली लाइनों में फाल्ट होने से उपभोक्ताओं को शेड्यूल के हिसाब से बिजली नहीं मिल रही है। हालांकि 132 केवीए बिजलीघर से सभी फीडरों को पूरी सप्लाई देने का दावा किया जा रहा है। मुहल्ला राजद्वारा के विमल कपूर का कहना है कि उनके क्षेत्र की आपूर्ति अभी भी घंटों गायब रहती है। रात में भी बिजली ठप हो जाती है लेकिन कर्मचारी कोई ध्यान नहीं देते। किला के नरेश कुमार का कहना है कि मौसम में बदलाव आने के बाद भी बिजली संकट बना हुआ है।

अधिशासी अभियंता भीष्म सिंह ने बताया कि बारिश में फाल्ट ज्यादा होते हैं। जिन क्षेत्रों में बिजली चोरी के कारण ओवरलोड की समस्या है, वहां फाल्ट की शिकायत ज्यादा रहती है। इसे नियंत्रित करने के लिए चेकिग अभियान भी चलाया जा रहा है।

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