आजम खां के जौहर ट्रस्ट के हर सदस्य पर 30 मुकदमे
रामपुर जौहर ट्रस्ट के सदस्य भी मुकदमेबाजी में फंस गए हैं। प्रत्येक सदस्य पर कम से कम 30 मुकदमे हैं।
रामपुर: कानूनी शिकंजे में फंसे सांसद आजम खां के जौहर ट्रस्ट के सदस्य भी मुकदमेबाजी में फंस गए हैं। प्रत्येक सदस्य पर कम से कम 30 मुकदमे हैं। इनके खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट भी लगा चुकी है। अब अदालती प्रक्रिया चल रही है। आजम खां करीब 17 माह से जेल में हैं। इन दिनों स्वास्थ्य खराब होने पर मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट है। वह इसके संस्थापक होने के साथ ही कुलाधिपति भी हैं। यूनिवर्सिटी का संचालन मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट करता है। इस ट्रस्ट में आजम खां अध्यक्ष हैं तो उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ. तजीन फात्मा सचिव हैं। उनकी बहन निखत अफलाक कोषाध्यक्ष हैं, जबकि दोनों बेटे अब्दुल्ला और अदीब सदस्य हैं। दूसरे सदस्य भी आजम खां के करीबी लोगों में शुमार हैं। कुल 11 सदस्य थे, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। ये सभी जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के 30 मुकदमों में फंस गए हैं। साल 2019 में अजीमनगर थाने में दर्ज हुए इन मुकदमों में आजम खां ही नामजद हुए थे, लेकिन पुलिस की विवेचना में सभी सदस्यों के नाम प्रकाश में आए। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बताया कि जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के 30 मुकदमे कायम हुए थे। इनमें सांसद आजम खां को नामजद किया गया था। लेकिन, विवेचना के दौरान पता चला कि जौहर यूनिवर्सिटी का संचालन जौहर ट्रस्ट करता है। इसीलिए ट्रस्ट के सभी सदस्यों को इन मुकदमों में आरोपित किया गया। पुलिस ने सभी के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है। अब सभी मुकदमे अदालत में विचाराधीन हैं। आजम खां और उनके परिवार के सदस्यों के अलावा विधायक नसीर अहमद खां, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सलीम कासिम, मुश्ताक अहमद सिद्दीकी, मेरठ के जेड आर सिद्दीकी और सीतापुर के मुहम्मद फसीह जैकी भी ट्रस्ट के सदस्य हैं। राज्यसभा सदस्य रहे भोपाल के मुनव्वर सलीम भी सदस्य थे, उनकी मौत हो चुकी है।