लेखपाल रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
रामपुर मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन टीम ने विरासत दर्ज कराने के नाम पर तीन हजार रिश्वत लेते लेखपाल और कंप्यूटर आपरेटर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन की टीम से तहसील में अफरातफरी का माहौल रहा।
रामपुर: मुरादाबाद से आई एंटी करप्शन टीम ने विरासत दर्ज कराने के नाम पर तीन हजार रिश्वत लेते लेखपाल और कंप्यूटर आपरेटर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एंटी करप्शन की टीम से तहसील में अफरातफरी का माहौल रहा। स्वार कोतवाली क्षेत्र के गांव लोहर्रा इनायतगंज निवासी गुरताज सिंह के पिता जसवीर सिंह की पहली मार्च 2021 को ह्रदय गति रुक जाने के कारण मृत्यु हो गई थी। स्वजन पंजाब में रहते हैं। इस पर गुरताज सिंह पिता की मृत्यु के बाद पंजाब चला गया था। पंजाब से आने के बाद छह माह से विरासत दर्ज कराने के लिए तहसील के चक्कर काट रहा था। आरोप है कि शिकायतकर्ता पंजाब से कई बार तहसील आया और लेखपाल से मिलकर विरासत दर्ज कराने की गुहार लगाई थी, लेकिन लेखपाल द्वारा पांच हजार रुपये सुविधा शुल्क की मांग की जा रही थी। पीड़ित तहसील के चक्कर लगाते-लगाते थक गया था। गुरुवार को उसने मुरादाबाद एंटी करप्शन टीम से शिकायत की। भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर राखी, नवल मारवा, मोहम्मद इश्तियाक, विजय कुमार, कृष्णपाल जिलाधिकारी से मिले। डीएम ने अपने दो अधीनस्थों को टीम के साथ स्वार तहसील भेजा। टीम दोपहर 12 बजे तहसील परिसर पहुंच गई। शिकायतकर्ता तहसील परिसर स्थित खतौनी कक्ष में पहुंचा और लेखपाल दिवाकर राणा व कंप्यूटर आपरेटर राजेश कुमार से मिला। वहां काम के बदले फिर लेखपाल ने पांच हजार रुपये की डिमांड रखी। काफी गुहार लगाने पर वह तीन हजार रुपये में मान गया। जैसे ही लेखपाल ने शिकायकर्ता से रुपये लिए, तब ही एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को दबोच लिया। इस दौरान लेखपाल ने विरोध किया, जिससे उसकी टीम से धक्का मुक्की हुई। तहसील में एंटी करप्शन के छापे की सूचना पर नगर में हड़कंप मच गया। टीम लेखपाल व कंप्यूटर आपरेटर को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई। तलाशी के दौरान उनके पास से पांच पांच सौ रुपये के छह नोट मिले, जो टीम ने शिकायकर्ता को दिए थे और उसमें केमिकल भी लगा था। उधर, लेखपाल व आपरेटर की गिरफ्तार की जानकारी के बाद तहसीलदार अवनीश कुमार व लेखपाल अध्यक्ष समेत दर्जनों लेखपालों ने कोतवाली में डेरा डा़ल लिया। टीम के खिलाफ हंगामा व नारेबाजी भी की, लेकिन एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल व आपरेटर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में तहरीर दे दी। कोतवाल हरेन्द्र सिंह ने बताया की तहरीर मिल गई है। मुकदमा दर्ज किया जाएगा। लेखपाल के बचाव में आया संगठन
स्वार: लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष संतोष ठाकुर लेखपाल के बचाव में आए हैं। उन्होंने कहा कि तहसील परिसर में सीसी कैमरे लगे हैं। लेखपाल से टीम द्वारा मारपीट की गई है। एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपाल से सुविधा शुल्क के पैसे बरामद न किए जाने का उल्लेख किया गया है, लेकिन टीम अपनी मनमानी कर रही है। बेगुनाह लेखपाल को फंसाया जा रहा है।