ब्लैक फंगस से युवक की मौत, मिले दो नए मरीज

- राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में चल रहा था इलाज 31 मई को थमीं सांसें

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:44 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:44 PM (IST)
ब्लैक फंगस से युवक की मौत, मिले दो नए मरीज
ब्लैक फंगस से युवक की मौत, मिले दो नए मरीज

रायबरेली : शनिवार को ब्लैक फंगस के तीन नए केस सामने आए हैं, जिनमें से एक मरीज की मौत हो चुकी है। अन्य दोनों का इलाज लखनऊ के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। जनपद में अब तक मिले कुल आठ मरीजों में से चार की जान जा चुकी है।

कोरोना संक्रमण का ग्राफ घटने के बाद जनपद में ब्लैक फंगस ने चिताए बढ़ा दी हैं। यहां तो जांच की सुविधा है और न ही इलाज की। लक्षण मिलने पर मरीजों को लखनऊ भेजा जाता है। सलोन के बिटौरा गांव के 34 वर्षीय युवक को ब्लैक फंगस हो गया था। वह हाई ब्लड सुगर के मरीज थे और 31 मई को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। यह युवक कोरोना संक्रमित नहीं हुआ था। मौत का कारण ब्रेन हैमरेज बताया गया, लेकिन ब्लैक फंगस होने पर ही उसे भर्ती कराया गया था। दूसरा मरीज चंदू का पुरवा मजरे तेजगांव, सरेनी का है। इनकी उम्र 37 वर्ष है। 21 अप्रैल को युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। बाद में इन्हें ब्लैक फंगस हो गया और 20 मई को इनको विवेकानंद हॉस्पिटल लखनऊ में भर्ती कराया गया। 21 मई को इन्हें एसजीपीजीआइ में शिफ्ट कर दिया गया है। अभी वहीं पर युवक का इलाज चल रहा है। तीसरा मरीज महराजगंज के सलेथू गांव का है, जिनकी उम्र 45 वर्ष है। दो जून को ब्लैक फंगस के लक्षण मिलने पर इसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया। वहीं पर इसका इलाज चल रहा है।

इनसेट--

आठ संक्रमित, 27 रिकवर

शनिवार को आठ लोग कोरोना संक्रमित मिले। अच्छी बात ये है कि 27 लोग संक्रमण को हराकर स्वस्थ हो गए हैं। सक्रिय केस भी 201 बचे हैं। टीकाकरण को लेकर भी जागरूकता बढ़ी है और 3522 को वैक्सीन लगाई गई है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि ब्लैक फंगस के लक्षण मिलने पर केजीएमयू या फिर एसजीपीजीआइ में जाकर जांच और इलाज कराएं। समय से मरीज को इलाज मिल जाए तो उसका अच्छे से उपचार हो सकता है। संक्रमण को लेकर सतर्क रहें और सुरक्षा नियमों का पालन करते रहें।

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