..आखिर क्यों भा रहा आरडीए को नदी का किनारा
शहर के इंदिरा नगर, प्रगतिपुरम, जवाहर विहार व अन्य कालोनियों समेत पूरे शहर में दर्जनों
शहर के इंदिरा नगर, प्रगतिपुरम, जवाहर विहार व अन्य कालोनियों समेत पूरे शहर में दर्जनों पार्क बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। बच्चों के लिए न तो झूले हैं और न ही हरियाली। हर तरफ गंदगी का अंबार है। जिसके कारण लोग इनकी तरफ जाना भी पसंद नहीं करते। इनकी सूरत और रंगरूप बदल जाए तो इनकी वीरानी दूर हो सकती है। फिर भी आरडीए इनकी तरफ ध्यान नहीं देता। बड़ा कुआं और रेवती राम तालाब की अनदेखी
अहियारापुर में रेवती राम का तालाब और किला बाजार का बड़ा कुंआ कभी जिले की पहचान थी। सालों पुराना रेवती राम का तालाब कई अनसुलझी कहानियों को समेटे है तो बड़ा कुंआ अपने आकार और प्रकार के चलते विख्यात है। इन्हें दर्शनीय स्थल के रूप में उभारा जा सकता है। फिर भी इन दोनों स्थानों की अनदेखी हो रही है। सरकारी धन का खेल तो नहीं
पौधरोपण से लेकर पार्क बनाने तक सारे काम नदी के किनारे कराने की बात हर जुबां पर है। लोगों का कहना है कि इससे पहले भी पौधरोपण हुआ, लेकिन नदी तट पर हरियाली नहीं दिखी। शहीद स्मारक का सुंदरीकरण कराया गया। अब वह भी उजड़ गया। इसके बाद भी प्राधिकरण पूरा ध्यान सई नदी के तट पर दे रहा है। कहीं इसके पीछे भारीभरकम बजट का कोई खेल तो नहीं है।