अपनों ने मुंह फेरा तो खाकी ने किया अंतिम संस्कार

-काफी मनुहार के बावजूद परिवारजन ने शव लेने से किया इन्कार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:44 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:44 PM (IST)
अपनों ने मुंह फेरा तो खाकी ने किया अंतिम संस्कार
अपनों ने मुंह फेरा तो खाकी ने किया अंतिम संस्कार

रायबरेली : मैकूलाल का पुरवा मजरे अकोढि़या गांव के युवक की जिला अस्पताल में मौत हो गई। युवक से नाराजगी और कोरेाना संक्रमण से मौत होने की आशंका से परिवारजन ने शव लेने और अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। पुलिस कर्मियों ने इंसानियत की दुहाई दी और खूब समझाया, लेकिन न माने तो खुद अंतिम संस्कार किया।

गांव निवासी रामनारायण पांच वर्ष पूर्व जिला मुख्यालय चले गए। वहां रिक्शा चलाकर जीवन यापन करने लगे। एक वर्ष बाद गांव पहुंचे और अपने हिस्से की छह बिस्वा भूमि बेंच दी और फिर शहर चले गए। इससे उनके दोनों भाई खफा हो गए और नाता खत्म कर लिया। उनकी शादी भी नहीं हुई थी। इधर, गत सप्ताह रामनारायण की तबीयत बिगड़ी तो जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज चल रहा था, इस बीच सोमवार को मौत हो गई। कोतवाली पुलिस ने परिवारजनों से संपर्क साधा और शव लेने की बात कही। इस पर परिवारजन ने कोई मतलब न होने और कोरोना से मौत की आशंका में शव लेने से मना कर दिया। कोतवाल ने खूब समझाया, लेकिन नहीं माने। इस पर कोतवाली पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और दारोगा अजीत कुमार, सिपाही हरिओम, होमगार्ड लोकेश शव लेकर डलमऊघाट पहुंचे। वहां अंतिम संस्कार किया गया। कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की। अपनी कारगुजारियों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली पुलिस की इंसानियत और फर्ज की हर कोई तारीफ कर रहा है।

बाइक सवार घायल

रायबरेली : गंगश्री गांव निवासी नागेंद्र कुमार पड़ोसी उमेश कुमार के साथ बाइक से सलोन गए थे। वहां से वापस घर लौट रहे थे। तभी रोहनिया सीएचसी के निकट बाइक बेकाबू होकर सड़क किनारे गड़े पत्थर से टकरा गई। इससे दोनों लोग घायल हो गए। उन्हें सीएचसी में भर्ती कराया गया है।

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