गोदाम में गेहूं भरा, नहीं पहुंच पा रही खाद
--धान की फसल के लिए किसानों को खाद की जरूरत समितियों में न होने से भटक रहे अन्नदाता
रायबरेली : धान रोपाई का सीजन चल रहा है। किसानों को इस समय खाद की बेहद जरूरत है। जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद भी उपलब्ध है, लेकिन वह समितियों तक नहीं पहुंच पा रही है। गेहूं डंप होने की समस्या तो कहीं अन्य कारण। खाद न होने से किसान समितियों से वापस लौट रहे हैं। इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। पेश है यह रिपोर्ट-
डीह : दोपहर 12 साधन सहकारी समिति टेकारी दांदू में चौकीदार रामपाल मौजूद रहे। समिति के गोदाम में गेहूं डंप है। खाद रखने की जगह न होने के कारण अब तक यहां यूरिया, डीएपी नहीं आई। आसपास के गांवों के किसान रोज यहां आते और पूछकर वापस लौट जाते। खाद कब आएगी, इस बारे में किसी को कुछ नहीं पता। साधन सहकारी समिति पोठई में भी एक बोरी खाद नहीं है।
परशदेपुर : साधन सहकारी समिति पदमनपुर बिजौली, खेतवधन, भुआलपुर सिसनी, नसीराबाद, बारा, संसारी में भी अभी तक यूरिया, डीएपी नहीं पहुंच सकी। धान रोपाई कर चुके किसानों को अब खाद की जरूरत है, लेकिन समय पर न मिल पाने के कारण उन्हें फसल कमजोर होने की चिता सता रही है।
इनसेट-
इन समितियों में पहुंची खाद
खीरों ब्लॉक क्षेत्र की साधन सहकारी समिति खीरों, पाहो, अतरहर, निहस्था, सेमरी, भीतरगांव में डीएपी व यूरिया पहुंच गई है। जगतपुर के धोबहा, गोकुलपुर, दौलतपुर, भीख, सिद्धौर, डलमऊ और ऊंचाहार क्षेत्र की समितियों में भी खाद उपलब्ध है। इनकी सुनें, जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जहां से डिमांड आई थी और चेक जमा थी, वहां खाद भेजी जा चुकी है।
उमेश यादव, पीसीएफ प्रबंधक