निर्माणाधीन गुमिया ड्रेन के पुल में पानी का हुआ रिसाव

- जलनिकासी के बिना ही हो रहे पुल निर्माण पर उठे सवालिया निशान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 12:26 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 12:26 AM (IST)
निर्माणाधीन गुमिया ड्रेन के पुल में पानी का हुआ रिसाव
निर्माणाधीन गुमिया ड्रेन के पुल में पानी का हुआ रिसाव

अमेठी : पौने छाछठ लाख की लागत से होने वाले गुमिया ड्रेन के पुल के निर्माण में नई समस्या आ खड़ी हुई है। खुद लोक निर्माण विभाग द्वारा बनवाये जा रहे इस पुल निर्माण में तकनीकी खामी के चलते रिसाव होने से जलभराव की नौबत आ गयी है। इसके पीछे विभागीय अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है। हालांकि महकमा इस पर पर्दा डाल खामी दूर करने में लगा हुआ है। फड़ में जलभराव होने के बावजूद जाल बिछाकर स्लेप डाला जाना लोगों को रास नहीं आ रहा है। गुमिया ड्रेन के इस पुल के कई सालों से जर्जर होने के चलते आवागमन बाधित रहा। जल भराव की स्थिति में बड़े वाहनों को काफी दूर का चक्कर काट मंजिल तय करना पड़ता था। विभाग की ओर से मंजूरी मिलते ही पुल को ध्वस्त कर पुल निर्माण नवम्बर माह से चालू कर दिया गया। जेसीबी मशीनों से हुई खुदाई के पश्चात पक्की सतह बनाने के लिए खुदाई का काम शुरू होते ही बगल स्थित नाले से पानी का रिसाव शुरू हो गया और फड में जलभराव हो गया जो विभाग के लिए मुसीबत बन गया। जैसे तैसे जल निकासी का प्रबंध जरुर किया जा रहा है। लेकिन, पूरा पानी निकलने से पहले ही लोहे का जाल बिछा फड पर स्लेप डालने का काम शुरू हो गया है।

-घठिया बने बाईपास से बड़े वाहनों का आवागमन बाधित गुमिया ड्रेन के पुल निर्माण के दौरान विभाग द्वारा बनाया गया बाईपास मानक व् गुणवत्ता विहीन है। बड़े वाहनों का आवागमन सुगम नहीं है। चौपहिया वाहन व बड़े वाहनों को दूर का चक्कर काट कर गंतब्य तक पहुंचना पड़ रहा है। साधन सहकारी समिति गोड़हरी व रामपुर पवारा को आने वाली खाद समितियों तक नहीं पहुंच पाई। खाद भरे ट्रको को बैरंग लौटना पड़ रहा है। जैसे तैसे इन समितियों की खाद सेमरौता के साधन सहकारी समिति में उतारनी पड़ी। समिति के स्टाफ हरिश्चन्द्र ने बताया कि किसानों को सेमरौता से खाद वितरित की जा रही है। स्थानीय किसान मदन शुक्ल ,महेश चन्द्र पाण्डेय ,नान्हू यादव, पारस नाथ व रामकुमार आदि ने विभाग पर घटिया बाई पास बनाने का आरोप लगाया है। -सहायक अभियंता बोले सहायक अभियंता हरिश्चंद्र मौर्य ने पानी रिसाव के चलते जलभराव की बात स्वीकार की उन्होंने कहा कि जल निकासी का प्रबंध किया गया है। मानक के सवाल पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि पुल मानक के अनुसार ही बनाया जा रहा है।

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