बाढ़ के पानी से घिरे गांव, जलस्तर में बढ़ोतरी जारी
डलमऊ गंगा का पानी कटरी क्षेत्र से गांवों तक पहुंच गया। हालात बिगड़ते जा र
डलमऊ : गंगा का पानी कटरी क्षेत्र से गांवों तक पहुंच गया। हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बुधवार को कई गांव पानी से घिर गए। हाल यह है कि खेत की रखवाली के लिए रात में ठहरने वाले किसान सामान समेट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने लगे हैं। वहीं गांवों में भी लोगों ने गृहस्थी का सामान बांधना शुरू कर दिया। वे भी सशंकित है। हालात बिगड़े तो सुरक्षित स्थान पर जाने की पूरी तैयारी में है।
मंगलवार को एकाएक गंगा का जलस्तर बढ़ गया। इससे किसानों की सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गई। परेशान लोग नाव के सहारे कटी धान की फसल समेटने में लगे हुए हैं। फसल की रखवाली के लिए खेत में ही रुकने वाले किसान अपने साथ कुछ सामान भी साथ में ले जाते थे। बाढ़ आने पर सारा सामान समेटने लगे हैं। जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से बुधवार को पानी लोगों के घरों के समीप पहुंच गया। इससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई। हालात को देखते हुए उपजिलाधिकारी अंशिका दीक्षित, तहसीलदार अभिनव पाठक ने गांवों का निरीक्षण किया। तीन बाढ़ चौकियां सक्रिय
उपजिलाधिकारी अंशिका दीक्षित ने बताया कि तहसील क्षेत्र में 13 पुरवों के 869 परिवारों की 4464 आबादी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आती है। नजर रखने के लिए तीन बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। इनमें प्राथमिक विद्यालय पूरे गौतमन, प्राथमिक विद्यालय चौहट्टा डलमऊ, आइटीबीपी के सामने बाग में बनाई गई हैं। तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग कार्यालय के अनुसार बुधवार को शाम पांच बजे तक गंगा का जलस्तर लाल निशान 99.360 मीटर के सापेक्ष 98.800 मीटर तक पहुंच गया था। गंगा में दो घंटे में एक सेंमी की गति से वृद्धि हो रही है। हेल्पलाइन नंबर जारी
तहसील प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 9532064309 जारी किया है। गंगा बाढ़ क्षेत्रों में नजर बनाए रखने के लिए लेखपाल, पंचायत सचिव, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी के साथ साथ सिचाई विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग से एक एक कर्मचारी तैनात किया गया है। साथ ही जहांगीराबाद और मोहद्दीनपुर में एक-एक नाव तैनात की गई है। फसल के बचने की छोड़ी उम्मीद
सरेनी के पूरे रामप्रसाद गांव पानी से घिर गया है। भक्ता खेड़ा जाने वाली सड़क पर पानी बह रहा है। पूरे भुल्ली, पूरे रामप्रसाद, पूरे सुकूरु, पूरे अहिरन आदि गांव में फसलें भी डूबने लगी हैं। अब किसानों ने फसलों के बचने की उम्मीद छोड़ दी हैं। तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह व नायब तहसीलदार चंद्र प्रकाश पांडेय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया।