देखकर भी अनदेखी कर गए सड़क निर्माण की धांधली
रायबरेली : गड़बड़ी हो और पता न चले। तब तो कार्रवाई का न होना, एक बार माना जा सकता है। ल
रायबरेली : गड़बड़ी हो और पता न चले। तब तो कार्रवाई का न होना, एक बार माना जा सकता है। लेकिन, सब कुछ अपनी आंखों से देखने के बाद भी भ्रष्टाचार को अनदेखा कर दिया जाए तो बात समझ से परे हो जाती है। सरेनी-पूरे पांडेय मार्ग की सड़क के निर्माण में अफसरों का ऐसा ही रवैया है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत क्षेत्र की सरेनी से पूरे पांडेय तक छह किलोमीटर सड़क बनवाई गई थी। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस पर लगभग 30 लाख रुपये खर्च हुए हैं। अभी छह महीने पहले ही इसका काम पूरा हुआ था। अब वह उखड़ने लगी है। सरेनी बस अड्डा के पास बोल्डर दिखने लगे हैं। पूरे अहिरन के पास भी रोड हादसे को दावत दे रही है। सड़क का ऐसा हाल कई जगहों पर हो गया है। जो निर्माण में धांधली की ओर साफ इशारा करती है। आखिर क्यों नहीं हुई कार्रवाई
कन्हैया ¨सह, अनिल कुमार, शिव मोहन ¨सह, जय शंकर शुक्ला आदि का कहना है कि निर्माण के समय ही आवाज उठाई गई थी। लेकिन, अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। जल निकासी के लिए नाली निर्माण का काम अब भी अधूरा है। यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान लिया था। क्षेत्र में भ्रमण के दौरान इस सड़क को भी देखा था। मगर, इसके बाद भी प्रकरण में कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई। इससे लोगों में नाराजगी है।