पेड़ गिरे तो कहीं टूटे खंभे, शहर से लेकर गांव तक बत्ती गुल
तेज हवाओं के साथ बारिश के बाद चरमराई बिजली आपूर्ति व्यवस्था
रायबरेली : बारिश के बीच आई तेज हवाओं ने बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त कर दी। पेड़ गिरे तो कहीं पर बिजली के खंभे टूट गए। शहर से लेकर ग्रामीणअंचल तक बिजली का संकट रहा। पूरे दिन रिमझिम बारिश होती रही। मरम्मत में लगे कर्मचारियों ने भीगते हुए काम किया। फिर भी देर शाम तक सभी जगह आपूर्ति बहाल न हो सकी। सबसे बड़ी दिक्कत पेयजल की रही। इससे लोग परेशान हो गए।
आचार्य द्विवेदी नगर बिजली उपकेंद्र के पुलिस लाइंस फीडर में बारिश के दौरान रविवार की सुबह एक पेड़ गिर गया था। इसी तरह इंदिरा नगर उपकेंद्र के फीरोज गांधी फीडर में सिविल लाइंस के निकट पेड़ की डाल गिरी थी। इसके अलावा छिट पुट खराबी तो लगभग हर बिजली लाइन में थी। इसके कारण पूरे शहर में बिजली की समस्या रही। उधर, परशदेपुर रोड पर 33 केवी लाइन का खंभा गिर जाने के कारण दरियापुर स्थित एम्स की बत्ती गुल हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और भी खराब थे। गुरुबक्शगंज रोड पर शीशम का एक भारीभरकम पेड़ गिरने से एक बाइक सवार जख्मी हो गया। बिजली की लाइन भी ध्वस्त हो गई।
ऊंचाहार में तहसील, देहात, जमुनापुर, इटौरा बुजुर्ग, रसूलपुर उपकेंद्र से जुड़े करीब 200 गांवों में शनिवार की रात से ही अंधेरा था। जगतपुर उपकेंद्र से जुड़े दीनशाह गौरा, जगतपुर व सलोन ब्लॉक के गांवों में भी बिजली की समस्या से लोग जूझते रहे। वहीं डीह में एक दर्जन से अधिक बिजली के खंभे टूट गए। इससे डीह, निगोही, टेकारी दांदू, रोखा, मऊ, निगोही, अहल, दोहरी, खेतोंधन समेत 50 गांवों की बत्ती गुल हो गई। इसके अलावा हरचंदपुर, अटौरा, सूची समेत अन्य दूसरे उपकेंद्रों की 33 केवी लाइनों में गड़बड़ी रहीं।
बारिश और तेज हवा के कारण बिजली की लाइनों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी आ गई है। बारिश के न रुकने की वजह से मरम्मत में परेशानी आई। फिलहाल अभियंताओं के साथ कर्मचारियों की टीमें लगातार मेहनत कर रहीं हैं। जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल की जाएगी।
वाइएन राम
अधीक्षण अभियंता, पावर कारपोरेशन