विकास को दिशा देने के लिए 'स्मृति' को भेजा पत्र
- जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक के लिए मांगा समय -केंद्रीय मंत्री की सहमति पर तय होगी बैठक की तिथि
रायबरेली : जिले में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए अब जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक की कवायद शुरू हो गई है। नई कमेटी में अध्यक्ष बनी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र भेजकर समय मांगा गया है। उनकी सहमति मिलने पर तिथि तय की जाएगी।
जिले में पिछले तीन साल से जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक नहीं हो सकी। अंतिम बार 18 अप्रैल 2018 को हुई थी। इसके बाद बैठक की तिथि दो नवंबर 2018 तय की गई। सांसद सोनिया गांधी के नहीं आने पर टल गई। दोबारा 24 जनवरी 2019 की तिथि निर्धारित हुई। इस पर भी बैठक नहीं हो सकी। इसी के बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई। चुनाव संपन्न होने बाद किन्ही कारणवश नई कमेटी का गठन नहीं हो सका। कमेटी गठन के इंतजार में दो साल बीत गए। गत दिनों प्रक्रिया को पूरा करते हुए केंद्रीय मंत्री को अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी को सहअध्यक्ष बनाते हुए कमेटी का गठन किया गया। इसके साथ ही राजनीति के गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। बैठक कब होगी, इसको लेकर कयास लगाए जा रहे थे।
कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मिल सकती संजीवनी
दिशा की बैठक न होने के कारण जिले के विकास का पहिया काफी धीमा हो गया था। कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जिनकी राह में बजट रोड़ा बना हुआ है। रिगरोड, सिटी रिसोर्स सेंटर, नई रेलवे लाइन आदि काफी अरसे से लंबित हैं। बैठक में इन परियोजनाओं का मुद्दा उठना तय है।
दिशा का गठन हो चुका है। बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री और कमेटी अध्यक्ष स्मृति ईरानी को पत्र भेजकर समय मांगा गया है। समय मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
प्रेमचंद पटेल, परियोजना निदेशक, डीआरडीए