हरदोई की चीनी मिल रोहनिया में लगाएगी ऑक्सीजन प्लांट
सीएसआर फंड से लगेगा 330 एलपीएम क्षमता का संयंत्र 30 बेडों पर होगी निर्बाध आपूर्ति
रायबरेली : हरदोई की डीएससीएल चीनी मिल रोहनिया सीएचसी में ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी। इसके लिए मिल की ओर से संस्तुति की जा चुकी है। जल्द ही यहां पर प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
शासन के निर्देश पर रोहनिया, डीह, शिवगढ़ और खजूरगांव सीएचसी को कोविड का लेवल वन फैसिलिटी सेंटर बनाया जा रहा है। इन चारों सीएचसी में पीकू वार्ड भी बनाए जा रहे हैं। अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने डीह में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए कई नामचीन कंपनियों से वार्ता चल रही है ताकि उनकी सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फंड) निधि से मदद मिल जाए। शिवगढ़ और खजूरगांव में सिलिडर और कंसंट्रेटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। रोहनिया पहली सीएचसी होगी, जहां पर ऑक्सीजन प्लांट लगने जा रहा है। इसकी ऑॅक्सीजन सप्लाई की क्षमता 330 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) होगी। जानकारों ने बताया कि इतनी क्षमता का प्लांट लगने पर सीएचसी के सभी 30 बेडों पर 24 घंटे निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। एल-टू फैसिलिटी सेंटर में भी कोविड काल में 225 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया था, इसकी क्षमता बढ़ाने पर भी विभागीय अधिकारी मंत्रणा कर रहे है।
एनटीपीसी ने दिया प्लांट, बिड़ला ने उपकरण
कोविड की दूसरी लहर में एनटीपीसी ऊंचाहार ने 45 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट प्रशासन को दिया, जिसे एल-टू हास्पिटल में लगाया गया है। इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये है। बिड़ला कंपनी ने थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क, ग्लब्स, फेस मास्क, स्प्रे मशीन, स्टीम इनहेलर और चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए हैं। एक एनजीओ की ओर से भी दस एलपीएम के दस कंसंट्रेटर, दस बेड आदि चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
हरदोई की चीनी मिल ने ऑक्सीजन प्लांट दिया है, जोकि रोहनिया सीएचसी में लगाया जाएगा। वहां पर पाइप लाइन बिछाने का काम अंतिम चरण में है। दूसरी सीएचसी पर भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ. वीरेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी