अफसर बनी छात्राओं के हाथ में जिले की कमान
इंटर टॉपर ने डीएम तो रानी लक्ष्मीबाइ पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी बनी एसपी जांच के आदेश तो कहीं मांगा स्पष्टीकरण विकास कार्यों की देखी हकीकत
रायबरेली : यह यह पहला मौका था जब सोमवार को एक साथ जिला, तहसील और ब्लॉक मुख्यालयों की कमान बेटियों के हाथ में रही। मिशन शक्ति के तहत पुलिस हो या प्रशासन सभी जगह छात्राओं ने जिम्मेदारी संभाली और बेझिझक होकर फरियाद सुनी।
सुबह कलेक्ट्रेट में इंटर टॉपर छात्रा अर्चना कुमारी ने डीएम की कुर्सी संभाली। पास में ही बैठे जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव। तभी वहां उप निदेशक सूचना बनी बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा तुबा अख्तर भी पहुंच गई। फरियाद आई तो डीएम ने अर्चना की ओर शिकायती पत्र बढ़ा दिया। समस्या सुन जांच के निर्देश दिए। तभी मतदाता दिवस पर शपथ दिलाने का समय हो गया। नामित डीएम बाहर निकलीं तो अफसर भी पीछे-पीछे चल दिए। पोर्टिको में पहुंचते ही एक पीड़ित की फरियाद सुनी। उसकी फाइल स्वयं ली और कहा आप यहीं रुकिए हम अभी आते हैं। उसके बाद सभी बचत भवन परिसर में सभी को मतदाता दिवस की शपथ दिलाई। मतदाता जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दूसरे चरण में उपनिदेशक सूचना बनी तुबा अख्तर को नामित डीएम बना दिया।
बीएसए साहब निलंबित नहीं बर्खास्त करिए
प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर सलोन का इंचार्ज प्रधानाध्यापक राजपाल सिंह नामित डीएम के सामने अपनी समस्या रखी। पूरी बात सुनने के बाद नामित डीएम ने कहा कि आप स्वयं गलत है। डीएम वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि बीएसए साहब क्या है ये, बीएसए बोले यह निलंबित चल रहे हैं। इस पर नामित डीएम ने कहा कि निलंबित नहीं इन्हें बर्खास्त करिए।
.. घटिया ईंट बिल्कुल न लगाएं
अफसर बनी बेटियों ने हरचंदपुर के गुनावर प्राथमिक विद्यालय और महुआ खेड़ा का निरीक्षण किया। महुआखेड़ा में शौचालय निर्माण में ईंट की गुणवत्ता खराब होने पर नाराजगी जताई। डीएम ने पंचायत सचिव को फटकार लगाते हुए ईंट हटाने के निर्देश दिए।