स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सड़क पर उतरे छात्र और अभिभावक
-- कलेक्ट्रेट में शिकायती पत्र देने के बाद स्कूल के सामने किया प्रदर्शन
रायबरेली : 12वीं की परीक्षा में जबरन फेल करने का आरोप लगाते हुए बीएसएस स्कूल के छात्र व उनके अभिभावक सोमवार को भी कलेक्ट्रेट पहुंचे और शिकायती पत्र दिया। प्रबंधक व प्रधानाचार्य के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई की मांग की। बाद में सब स्कूल पहुंच गए और प्रदर्शन भी किया।
उक्त स्कूल सीबीएसई से संचालित है। हाल ही में आए 12वीं के परिणाम में संस्थान के कुछ छात्र अनुत्तीर्ण हो गए। इन छात्रों व इनके परिवारजन ने इसके लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप लगाया कि शासनादेश की अनदेखी करके रिजल्ट तैयार किया गया। जो छात्र यहां के अध्यापकों से ट्यूशन पढ़ते थे, उनका प्रदर्शन कमजोर होते हुए भी अच्छे नंबर दिए गए। दसवीं और 11वीं में अच्छे नंबर लाने वाले छात्रों को केवल इसलिए फेल कर दिया गया या कम नंबर दिए गए, क्योंकि वे स्कूल के टीचर से ट्यूशन नहीं पढ़ते थे। इस संबंध में प्रबंधक व प्रधानाचार्य से शिकायत की गई तो उन्होंने उल्टा ही देख लेने की धमकी दे डाली। पीड़ितों ने कहा कि अगर 24 घंटे के भीतर न्याय नहीं मिला तो स्कूल के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा।
एसडीएम अंशिका दीक्षित, सीओ महिपाल पाठक व कोतवाल अतुल कुमार सिंह दलबल के साथ पहुंच गए। एसडीएम ने आंदोलित लोगों को आश्वस्त किया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई कराई जाएगी। कोविड प्रोटोकाल का सभी लोग ध्यान रखें और भीड़ न एकत्रित करें। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन से छात्रों की नाराजगी है। मामले की जांच कराई जा रही है।
प्रबंधक बोले,
12वीं में 11 बच्चे फेल हुए हैं। स्कूल का नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है।
बीएल सिंह, प्रबंधक बीएसएस स्कूल