सर्वर तो कभी बिजली गुल, देर शाम तक 300 को विद्यालय आवंटन

- बीएसए कार्यालय में दिनभर आपाधापी का माहौल देर रात तक शिक्षकों का होता रहा विद्यालय आवंटन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Feb 2021 11:43 PM (IST) Updated:Sat, 13 Feb 2021 11:43 PM (IST)
सर्वर तो कभी बिजली गुल, देर शाम तक 300 को विद्यालय आवंटन
सर्वर तो कभी बिजली गुल, देर शाम तक 300 को विद्यालय आवंटन

रायबरेली : अंतरजनपदीय स्थानांतरण में विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया शनिवार को देर रात तक चलती रही। सुबह सर्वर सही होने के कारण तेजी दिखाते हुए 10 बजे ही आंकड़ा सौ को पार कर गया था। वहीं दोपहर के 12 बजते-बजते व्यवस्था धड़ाम हो गई। देर शाम सात बजे तक 300 शिक्षिकाओं को ही विद्यालय आवंटित हो सका। इस दौरान सर्वर गायब तो कभी बिजली गुल समेत तमाम दिक्कतों से जूझना पड़ा। बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि देर रात तक काउंसिलिग चलेगी। अधिकतम लोगों को विद्यालय आवंटन हो जाए यह कोशिश है।

लोड बढ़ा तो मंगाना पड़ा दूसरा जनरेटर

पहले से व्यवस्था नहीं करना कर्मचारियों को भारी पड़ गया। बिजली गुल होने के बाद आई तो वोल्टेज कम हो गया। ऐसे में इनवर्टर से कुछ देर काम चला। इसके बाद वह भी फेल हो गया। आनन-फानन में जनरेटर की व्यवस्था की गई। लोड बढ़ा तो दूसरा जनरेटर मंगाना पड़ा। इससे करीब दो घंटे तक कार्य बाधित रहा।

शिकायत मिली तो पहुंचे एडीएम

विद्यालय आवंटन कराने पहुंची एक शिक्षिका के परिवारजन ने यह कहते हुए विरोध दर्ज कराया कि विद्यालय होने के बावजूद दूसरे ब्लॉक में भेज दिया गया। इसकी शिकायत एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रेम प्रकाश उपाध्याय से की। इस पर उन्होंने बीएसए दफ्तर पहुंचकर प्रकरण के बारे में पूछा। शिक्षिका द्वारा भूल स्वीकार करते हुए बताया कि बछरावां ब्लॉक खोलवाया था। समझ में नहीं आने पर शिवगढ़ ब्लॉक के विद्यालय को चुन लिया। हालांकि इसके बाद एडीएम काफी देर तक बैठे रहे। इस दौरान डायट प्रवक्ता शेषबाला भी सुबह से मुस्तैद रहीं।

मैडम की हनक के आगे बेबस कर्मी

काउंसिलिग के दौरान कई ऐसे भी लोग आए जो अपनी हनक दिखाते रहे। मुख्य गेट पर कर्मचारियों ने रोकने की कोशिश की तो उन्हें फटकारते हुए अंदर तक घुस गए। कई लोग तो बीएसए के चैंबर में भी पहुंच गए। हालांकि बाद मनमाफिक विद्यालय नहीं मिला तो मायूस होकर लौट गए।

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