दिखाया स्मार्ट सिटी का सपना, फिसड्डी हो गया शहर
- मनमानी की भेंट चढ़ी अमृत योजना तो बदहाल पड़े पार्क सड़क और नाले
रायबरेली : वीआइपी जिला रायबरेली। यहां की सांसद यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी तो प्रभारी मंत्री डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा। जिले की एक मात्र नगर पालिका होने के नाते शहर को सजाने और संवारने के लिए हर साल भरपूर बजट मिलता है। जनप्रतिनिधि से लेकर अफसर तक विकास के दावे करते हैं। यह सब बारिश आते-आते फुस्स हो जाते हैं। शहर की सड़कों की बात करें तो कीचड़ और गड्ढों में गुम हैं। विकास का कोई भी पैमाना निर्धारित नहीं है। बारिश ने तो स्मार्ट सिटी बनाने जैसे सपनों पर भी पानी फेर दिया। पार्क भी बदहाल हैं।
पेयजल के लिए सवा अरब की पाइप लाइन योजना का कार्य चल रहा है। कार्य में मनमानी के चलते लीकेज बंद नहीं हो रहे हैं। सीवर का काम भगवान भरोसे है। नगर पालिका के अधिकारी जिम्मेदारियों से पल्लू झाड़ते हुए ठीकरा जल निगम पर फोड़ रहे हैं। बड़े-बड़े दावे करने वाले जनप्रतिनिधि मुंह चुराकर बैठे हैं।
24 घंटे बाद भी दूर न हुई लीकेज की समस्या, लौटे कर्मी
नेहरू नगर मुख्य रोड पर लीकेज की समस्या दूर करने के लिए कर्मी देर रात से जूझ रहे हैं। बुधवार को भी दिन भर मरम्मत में लगे रहे, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। यहां पर अमृत योजना से नई पाइप लाइन डाली गई है। वहीं, इंदिरा नगर में पुरानी पाइप लाइन में लीकेज है।
लाखों खर्च, बदहाल पड़े पार्क
नगर पालिका क्षेत्र में 40 से अधिक पार्क हैं। अमृत योजना से मलिक मुहम्मद जायसी पार्क का सौंदर्यीकरण कराया गया था। सालभर में ही इसकी दशा बिगड़ने लगी। अन्य पार्कों में सुविधाओं का टोटा है।
जरा सी चूक और हादसे का खतरा
इस बार भी सड़कें जलमग्न हो गईं। गड्ढों का पता नहीं चल रहा था। ऐसे में कई वाहन चालक हादसे का शिकार हो गए। मंडी के पास तिराहे पर तो दो दिन पहले एक लोडर का पहिया ही धंस गया।
जवाबदेही से बचते अफसर, गोलमोल देते जवाब
नगर निकायों का नोडल आफिसर सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह को बनाया गया है। शहर में ही आवास है। समस्याएं भी जरूर इनके सामने आती हैं। पिछले दो दिन से कई बार फोन मिलाया गया, लेकिन उठा नहीं। नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव द्वारा दोषारोपण जल निगम पर किया जा रहा है। ईओ बाल मुकुंद मिश्र कहते हैं कि देर रात तक दफ्तर खोलकर काम किया जा रहा है।