प्रधान से राज्यमंत्री तक का सफर किया तय
रायबरेली पूर्व राज्य मंत्री शिवबालक पासी अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के काफी करीब थे। उ
रायबरेली : पूर्व राज्य मंत्री शिवबालक पासी अपने सरल स्वभाव के कारण लोगों के काफी करीब थे। उनका राजनैतिक जीवन काफी संघर्ष भरा रहा। उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर राजनीति शुरू की। बेहतर कार्य और लोगों के बीच पैठ के कारण आगे बढ़ते गए। विधायक से लेकर राज्यमंत्री तक बने। अंतिम बार उन्होंने 2007 में सपा प्रत्याशी को शिकस्त देकर जीत हासिल की थी।सलोन विधानसभा अमेठी संसदीय क्षेत्र में आता है। यही वजह है कि वे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के बेहद करीबी थे। पहली बार 1972 में पंचायत चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद उन्होंने प्रधान की कुर्सी को बरकरार रखा। 1972 से लगातार 1980 तक प्रधान बने रहे। इस दौरान उनका कांग्रेस पार्टी में झुकाव बढ़ता गया। उनके संघर्ष और मेहनत को देखते हुए कांग्रेस से सलोन विधानसभा से 1980 में टिकट मिला। इसके बाद पहली बार कांग्रेस पार्टी से विधायक बने। पूर्व प्रधानमंत्री के नजदीकी होने का फायदा मिला। इसी सरकार में राज्यमंत्री समाज कल्याण बनाए गए। इसके बाद 1985 में भी पार्टी ने इन पर विश्वास जताया। इन्हें टिकट मिला। विश्वास को कायम रखते हुए दोबारा विधायक बने। तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कृषि राज्यमंत्री बने। इसके बाद 1989 में तीसरी बार विधायक, 1991 में चौथी बार विधायक बने। अंतिम और पांचवी बार 2007 में विधायक बने। उन्होंने सपा प्रत्याशी आशा किशोर को शिकस्त दी।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का पोस्टर लगाकर किया था प्रचार
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी से इनका जुड़ाव काफी पहले से था। उन्होंने प्रधान के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री का पोस्टर लगाकर प्रचार किया था। जनता ने खूब समर्थन भी दिया। इसके बाद दिनोंदिन इनकी पार्टी में पैठ बढ़ती गई। लोकसभा चुनाव में सलोन विधानसभा क्षेत्र से भारी मतों से जीत दिलाने में पूरी ताकत लगा देते थे।