उठता नहीं मुझसे मेरे दिलबर का जनाजा

परशदेपुर (रायबरेली) : नगर पंचायत परशदेपुर में दसवीं मुहर्रम पर शिया धर्म के लोगों ने सी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 12:18 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 12:18 AM (IST)
उठता नहीं मुझसे मेरे दिलबर का जनाजा
उठता नहीं मुझसे मेरे दिलबर का जनाजा

परशदेपुर (रायबरेली) : नगर पंचायत परशदेपुर में दसवीं मुहर्रम पर शिया धर्म के लोगों ने सीना•ानी और जंजीर का मातम करते हुए ताजिया कर्बला में दफन किया। वहीं ¨हदू धर्म के लोगों ने भी ताजिया रखकर न•ाराने अकीदत पेश किया। कस्बे में हिन्दू व मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने कर्बला के 72 शहीदों की याद में दसवीं मोहर्रम का जुलूस निकाला। गमगीन माहौल में जुलूस बड़े इमामबाड़े व छोटे इमामबाड़े से सुबह 10 बजे से कर्बला के लिए निकला। दोनों ईमामबाड़े के जुलूस मरहूम वाहिद अली के दरवाजे पर मिलकर एक हो हुए। जुलूस में लोगों ने इमाम हुसैन और उनके साथियों को याद कर नौहाख्वानी और सीना•ानी की। जुलूस में डॉक्टर आमिर और अमान हुसैन के नौहे के बाद अजादारों ने या अली मौला, हैदर मौला की सदाएं बुलंद की। बड़ों के साथ-साथ बच्चों ने भी जंजीर का मातम किया। जंजीर•ानी के बाद जुलूस अपने निर्धारित रास्ते से होते हुए छोटे इमामबाड़े का ताजिया कोल्ड स्टोर के पास कर्बला में दफन किया गया। ¨हदू धर्म के राजू ,संजय व उनकी मां रोनी देवी ने ताजिया रखकर इमाम हुसैन को नजराना व अकीदत पेश की। दूसरा जुलूस सुन्नत ह•ारात का का•ाी के पुरवा वार्ड नंबर तीन से तारिख अंसारी के घर से उठा, जो दुधिया के कर्बला में समाप्त हुआ।

इनसेट

जंग-ए-कर्बला की याद में निकला दसवीं का जुलूस

संवादसूत्र, डलमऊ (रायबरेली): शुक्रवार को इमाम हुसैन की शहादत व जंग-ए-कर्बला की याद में दसवीं मुहर्रम का जुलूस अकीदत के साथ निकाला गया। डलमऊ तहसील क्षेत्र के घुरवारा, भीमगंज, पुरौली व डलमऊ कस्बे में मुहर्रम की दसवीं तारीख पर जुलूसे शोहदा ए कर्बला निकाला गया। जिसमें तमाम अंजुमनों ने शिरकत कर शहादत पर मालम मनाया और शाम के वक्त ताजियों को सुपर्द ए खाक किया गया। इस दौरान नफीस अहमद, वली खान, मोहम्मद नसीर मोहम्मद, फिरोज सगीर अहमद, अयाज अहमद, समेत तमाम लोगों के द्वारा लंगर का इंतजाम भी किया गया।

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