महज तीन महीने में ही उखड़ने लगी छह किमी सड़क
रायबरेली : प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत मानकों की अनदेखी कर आधी अधूरी बनी सरेनी पूरे
रायबरेली : प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत मानकों की अनदेखी कर आधी अधूरी बनी सरेनी पूरे पांडेय सड़क तीन माह में ही उखड़ने लगी है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद डीएम ने जांच के निर्देश दिए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
सरेनी-पूरे पांडेय मार्ग की लम्बाई छह किमी है। इसका निर्माण ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना के तहत 31 करोड़ रूपये की लागत से किया गया। इस सड़क को वर्ष 2023 तक बिना मरम्मत के चलने के मानक भी तय हैं। लेकिन सड़क तीसरे महीने से ही उखड़ने लगी। सड़क में कहीं भी किनारे इंटरला¨कग नहीं की गई। साथ ही पक्की नालियां भी सिर्फ पांच फीसदी हिस्से में मानकों की अनदेखी कर बनायी गई, जो कि ध्वस्त हो चुकी है। अब सड़क पर पैदल चलना भी कठिन है।
डीएम संजय कुमार खत्री ने तीन माह पहले ग्रामीणो की शिकायत पर सरेनी से बरदरा तक दो किमी मार्ग का औचक निरीक्षण भी किया। खामियां मिलने पर ठेकेदार और अभियंताओं को कड़ी फटकार भी लगाई। लेकिन जांच के आदेश ठंडे बस्ते में चला गया। शहीद स्मारक सरेनी ट्रस्ट के संयोजक अशोक श्रीवास्तव का कहना है कि सड़क निर्माण में धन का बंदरबांट हुआ है। व्यापारी नेता संतोष जायसवाल का कहना है कि डीएम की जांच के बाद भी कार्रवाई न होने बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।